सीधी। जिले में नदियों से बेखौफ रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है. हनुमानगढ़ तरिहा घाट क्षेत्र में खनिज संपदा की भरमार है, जहां रेत माफिया रात के अंधेरे में बिना किसी खौफ के रेत की तस्करी कर रहे हैं. वहीं प्रदेश के खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल का कहना है अवैध उत्खनन और परिवहन पर कार्रवाई की जाएगी.
जिले में 7 रेत खदान शासन की नजर में संचालित हो रहीं हैं, लेकिन वास्तव में देखा जाए तो जिले में कई जगह अवैध रूप से उत्खनन हो रहा है. हनुमानगढ़ तरिहा घाट क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि रेत माफियाओं का इतना आतंक है कि कोई भी ग्रामीण कुछ बोलने या शिकायत करने से डरता है. इसी डर का फायदा उठाकर रेत माफियाओं का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है.
मामले में जब हमने जिले के दौरे पर आए प्रभारी मंत्री प्रदीप जायसवाल से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या अवैध उत्खनन है. 26 नवंबर को नये टेंडर की कार्रवाई शुरू हो रही है. उम्मीद करते हैं कि 2020 तक या एक महीने पहले ही हम नई उत्खनन एजेंसियां और नीति चालू कर देंगे.
मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि रेत के अवैध उत्खनन के नियंत्रण में समय लगेगा, 15 सालों से अब तक यही होता आया है. लेकिन अब अवैध परिवहन और अवैध उत्खनन सभी पर अंकुश लगेगा.