सीधी। गरीब किसानों के लिए सरकारी योजनाएं सफेद हाथी साबित हो रहीं हैं. किसानों के खेत सुधार के लिए शासन सहायता राशि उपलब्ध कराती है, ताकि वे उन्नत बन सकें. ग्रामीण इलाकों में किसानों ने मजदूरों से काम करा लिया है. लेकिन अब उन्हें सहायता राशि के भुगतान के लिए भटकना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला बहरी तहसील के नकझर खुर्द गांव का है. जिसमें किसान राजबहोर साहू ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर से सहायता राशि दिलाने की गुहार लगाई.
इनका आरोप है कि छह महीने पहले उन्होंने खेत सुधार योजना के तहत मजदूरों से काम करा लिया, लेकिन भुगतान अभी तक नहीं किया गया है. रोजगार सहायक अशोक पांडे ने मेढ़ बंधान के कार्य के पैसे आहरण कर लिए हैं. लेकिन उन तक ये रकम पहुंची ही नहीं है.
जिसकी वजह से खेत में काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी अटकी हुई है. मजदूर किसान से पैसों की मांग कर रहे हैं. वे इससे पहले जनपद सीईओ,जिला पंचायत सीईओ, तमाम जिम्मेदारों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है.