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लॉकडाउन के चलते मजदूर वर्ग परेशान, सूरत से सीधी पहुंचे मजदूरों से वसूला गया इतना किराया

गुजरात के सूरत से प्रवासी मजदूर निजी वाहन कर खुद सीधी पहुंचे हैं. मजदूरों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए बस मालिक द्वारा 3600 प्रति मजदूर किराया वसूला गया.

Strong fare recovered from workers arriving directly from Surat to sidhi
सूरत से सीधी पहुंचे मजदूरों से वसूला गया तगड़ा किराया
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Published : May 8, 2020, 1:04 AM IST

सीधी। पूरे देश में लगे लॉकडाउन की वजह से मजदूरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. जिसके चलते या तो प्रवासी मजदूर पैदल चलकर अपने घर पहुंच रहे हैं. या तो फिर मोटी रकम देकर अन्य राज्यों से घर पहुंच रहे हैं. सीधी में आज सूरत से 3 हजार 600 रुपये प्रति मजदूर बस मालिक ने किराया वसूला. मोटी रकम वसूलने के बाद भी बस मालिक ने न तो भोजन दिया न अन्य व्यवस्था.

सीधी में हर दिन सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर आ रहे हैं, जिनका प्रशासन द्वारा हवाई पट्टी में स्वास्थ्य परीक्षण करके उन्हें भोजन खिलाया गया. मजदूर राजेश ने बताया कि 5 नई को वहां से चला था. हम में से किसी के पास खाने पीने का राशन नहीं था, बस मालिक ने कहीं भी नाश्ता या भोजन नहीं कराया. खाली पेट सफर करना पड़ा. 55 सीटर बस में 60 मजदूर बैठे हुए थे, वहीं जिला ककेक्टर के आदेश के बाद सभी मजदूरों को घर भेजा गया.

बहरहाल कलेक्टर रविन्द्र चौधरी के निर्देश पर सभी को रोककर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जा रहा है. इसके बाद वहीं पर उनके लिए जिला प्रशासन द्वारा भोजन की व्यवस्था करवाई जा रही है. भोजन करवाने के पश्चात उन्हें उनके गन्तव्य तक भिजवा कर क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.

सीधी। पूरे देश में लगे लॉकडाउन की वजह से मजदूरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. जिसके चलते या तो प्रवासी मजदूर पैदल चलकर अपने घर पहुंच रहे हैं. या तो फिर मोटी रकम देकर अन्य राज्यों से घर पहुंच रहे हैं. सीधी में आज सूरत से 3 हजार 600 रुपये प्रति मजदूर बस मालिक ने किराया वसूला. मोटी रकम वसूलने के बाद भी बस मालिक ने न तो भोजन दिया न अन्य व्यवस्था.

सीधी में हर दिन सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर आ रहे हैं, जिनका प्रशासन द्वारा हवाई पट्टी में स्वास्थ्य परीक्षण करके उन्हें भोजन खिलाया गया. मजदूर राजेश ने बताया कि 5 नई को वहां से चला था. हम में से किसी के पास खाने पीने का राशन नहीं था, बस मालिक ने कहीं भी नाश्ता या भोजन नहीं कराया. खाली पेट सफर करना पड़ा. 55 सीटर बस में 60 मजदूर बैठे हुए थे, वहीं जिला ककेक्टर के आदेश के बाद सभी मजदूरों को घर भेजा गया.

बहरहाल कलेक्टर रविन्द्र चौधरी के निर्देश पर सभी को रोककर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जा रहा है. इसके बाद वहीं पर उनके लिए जिला प्रशासन द्वारा भोजन की व्यवस्था करवाई जा रही है. भोजन करवाने के पश्चात उन्हें उनके गन्तव्य तक भिजवा कर क्वॉरेंटाइन किया जाएगा.

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