सीधी। आदिवासी के साथ हुई अमानवीय घटना पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही. सीएम से पैर धुलवाकर घर लौटे दशमत रावत पर सीधी कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञान सिंह ने गंगाजल छिड़ककर शुद्धीकरण किया. पीड़ित का गंगाजल से शुद्धिकरण करने के बाद सिंह ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम ने भोपाल में पीड़ित के पांव धोए थे, ना कि चहेरा. बता दें गुरुवार को पेशाब कांड के पीड़ित दशमत रावत भोपल सीएम हाउस पहुंचे थे जहां सीएम शिवराज ने पीड़ित के पैर धोए और साथ में नास्ता भी किया था. इस दौरान चौहान ने दशमत से माफी भी मांगी थी.
लगातार सुर्खियों में मामला: सीधी पेशाब कांड सामने आने के बाद से बीजेपी की किरकिरी हो रही है. आरोपी प्रवेश शुक्ला जो बीजेपी नेता था सीएम के आदेश पर शुक्ला पर कठोर कार्रवाई हो रही है. आरोपी के घर को भी जमीदोज कर दिया गया है. एक ओर लगातार सारे नेता पीड़ित से मिलने उसके घर पहुंच रहें हैं तो दूसरी ओर पूरे प्रदेश में मामले को लेकर प्रदर्शन जारी है और इसी के विरोध में शुक्रवार को रायसेन जिले में आदिवासी समुदाय के सैकड़ों लोगों ने मिलकर राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आरोपी पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की.
रायसेन में भी विरोध: शुक्रवार को रायसेन स्थित जिला कलेक्ट्रेट में मध्य प्रदेश आदिवासी परिषद के बैनर तले सैकड़ों आदिवासियों ने मिलकर महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए सीधी में आदिवासी व्यक्ति के साथ हुई अमानवीय घटना के विरोध में ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में लेख करते हुए आदिवासी समूह ने आरोपी पर कठोर न्याय उचित कार्रवाई करने की मांग की साथ ही आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा करने का भी मुद्दा उठाया. साथ ही समान नागरिक संहिता में हो रहे संशोधनों का भी विरोध जताया.