सीधी। जिले के संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक बाघिन की फिर से मौत हुई है लेकिन यह मौत कोई साधारण मौत नहीं है इसमें उसकी करंट लगाकर हत्या की गई है. इतना ही नहीं करंट लगाकर हत्या करने के बाद उसके शव को करीब आधा किलोमीटर गोपद नदी में दफना दिया गया था. वन अमले की सूझबूझ और डाग स्क्वायड की मदद से बाघिन के शव को खोज निकाला गया है. साथ ही संदिग्ध 5 लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
डॉग स्कॉट ने लगाया पता: सीधी जिले के संजय टाइगर रिजर्व के टमसार बफर जोन अंतर्गत ग्राम केरहिया का है जहां करंट लगने से बाघिन टी 32 की मौत हो गई है. यह पूरा मामला 9 मार्च का बताया जा रहा है. जब 9 मार्च से बाघिन t 32 का पता नहीं चला तो उसकी कॉलर आईडी को खोजा गया. जब डॉग स्क्वाड टीम की मदद ली गई तो उसकी कॉलर आईडी रेत में गड़ी हुई मिली और कुछ दूरी पर बाघिन के शव को रेत से भी बाहर निकाल लिया गया. साथ ही डॉग स्कॉट की मदद से 5 संदेहियो को भी हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है.
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जांच में जुटा विभाग: मामले की गंभीरता को देखते हुए सीधी जिले के वन विभाग के सीसीएफ अमित दुबे एवं फील्ड डायरेक्टर सहित सभी वन अमला मौके पर पहुंच गया है एवं पोस्टमार्टम के लिए पन्ना जिले से डॉक्टरों की एक टीम को बुलाया गया है. एमपी में बाघों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ लगातार मौते भी हो रही हैं. ज्यादातर बाघ शिकारियों का शिकार हो रहे हैं. यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी कई बाघों की हत्या करंट लगाकर की जा चुकी है.