सीधी। जिले में भाजपा विधायक के खिलाफ खबरें लिखने और रंगकर्मी के गिरफ्तारी के कवरेज के दौरान पत्रकार कनिष्क तिवारी को थाने में बंद करने और कपड़े उतरवाने का मामले में एक बार फिर नया मोड़ लिया है. अब पत्रकार कनिष्क तिवारी ने एक बार फिर विधायक सहित जांच अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है(Sidhi semi nude photo case). उन्होंने रेडियो पुलिस अधीक्षक भोपाल द्वारा की गई जांच रिपोर्ट में सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि, थाने में लगे सीसीटीवी का डाटा रिकवर करने और इस दौरान थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने किन लोगों से बात की है, उसके मोबाइल कॉल डिटेल सीडीआर निकाली जाए तो कई बड़े खुलासे होंगे. कहा जा रहा है कि थाना प्रभारी सहित 6 पुलिसकर्मी बर्खास्त हो सकते हैं. मामले की सिंगरौली एसपी विरेन्द्र सिंह जांच कर रहे हैं, हालांकि उन्होंने इस मामले में बोलने से मना किया है. उन्होंने कहा कि अभी विभागीय जांच चल रही है, जांच पूरी होने के बाद उसके बारे में बताया जाएगा.
पत्रकारों को अर्धनग्न करने का मामला पकड़ा तूल: सीधी पत्रकार कनिष्क तिवारी सिंगरौली एसपी के यहां अपना बयान देने के लिए पहुंचे थे(Sidhi journalist Kanishk Tiwari reached SP house). उन्होंने पूर्व में किए गए रेडियो पुलिस अधीक्षक की जांच पर सवाल खड़े करते हुए कहा, उनके साथ मारपीट और गाली गलौज सहित अर्धनग्न कर फोटो खींचने वाले पूर्व अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार सहित कई दोषी पुलिसकर्मियों का नाम आरोप पत्र में नहीं जोड़ा गया है. वहीं ऐसे पुलिस आरक्षकों को बलि का बकरा बनाया गया है, जो वहां थे ही नहीं, यह जांच सिर्फ औपचारिकता करते हुए फोटो वायरल की जांच की जा रही है. पुलिस प्रशासन भाजपा विधायक केदार शुक्ला के दबाव में है और आए दिन मुझे अलग-अलग लोगों से धमकी दिलाई जाती और मामले को खत्म करने की धमकी दिलाई जा रही हैं.
एसपी ने बयान देने से किया इंकार: पिछले दिनों सीधी कोतवाली में थाना प्रभारी मनोज सोनी, अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार सहित पुलिसकर्मियों ने पत्रकारों को अर्धनग्न कर फोटो खीचा था और उन्हें वायरल कर दिया था. फोटो में पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित 8 और पत्रकार थे(Sidhi journalist half naked photo), जिनको अंडरवियर में खडे़ कर फोटो खींचा था. इसके बाद थाना प्रभारी मनोज सोनी, अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार और एक सब इंस्पेक्टर सहित कुल सात पुलिसकर्मी को लाइन अटैच किया गया. वहीं सिंगरौली पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, अभी सिर्फ हम बयान दर्ज करेंगे. उसके बाद बयान के आधार पर जो भी बात सही या गलत है उसपर बात की जाएगी. अभी फिलहाल उन्होंने कुछ बोलने से इंकार कर दिया है.