सीधी। किसानों की धान को सुरक्षित जगह पर रखने का जिम्मा धान खरीदी केंद्रों का होने के बावजूद भी बरसात में कई केंद्रों में लापरवाही की गई है, तो कहीं पर व्यवस्थाएं ठीक पाई गईं. सीधी केंद्र में धान को बरसात से बचाने के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं लेकिन खातों में पैसे ना पहुंचने से किसान हताश है.वहीं व्यवस्थापकों कहना है कि किसानों के खातों में भुगतान जल्द किया जाएगा.
किसानों की उपज को समर्थन मूल्य में लेने के लिए शासन द्वारा धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं. जहां किसान धान को बेचने पहुंचते हैं. जिले में धान खरीदी केंद्रों में बरसात के पानी से धान को बचाने के लिए अधिकांश केंद्रों में व्यवस्थाएं पर्याप्त नहीं है. जिसे अनेक केंद्रों में धान भीग गई है, किसानों को नुकसान हुआ है. जिले में बनी धान खरीदी केंद्र अब तक 7440 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है और 6 हजार 794 क्विंटल धान परिवहन किया जा चुका है. इस साल इस केंद्र में 20 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है.
केंद्र के प्रबंधक का कहना है कि बरसात से बचाने के लिए वो लोग किसानों को पानी गिरते समय त्रिपाल या पन्नी लाने को कहते हैं. वहीं खुले मौसम में धान लाने को भी कहा जाता है. शेड के अंदर जितनी क्षमता होगी उतना ही ध्यान रखा जा सकता है. फिर भी पूरी कोशिश की जाती है कि धान किसानों की भीग ना पाए. वहीं भुगतान की बात तो किसानों के खातों में भुगतान कर दिया जाता है. लेकिन कुछ ऐसे किसान बचे हुए है जिनके खाते में भुगतान नहीं हुआ है इसके लिए प्रक्रिया शुरू है.