सीधी। दुरहबा तालाब से लेकर घोघरा देवी मंदिर के बीच में हनुमान जी की तीन मूर्तियां स्थापित थीं. जहां दो मूर्तियां पीपल के पेड़ के नीचे तो एक मूर्ति मंदिर में रखी हुई थी. गेदुरहबा तालाब-टिकुरा पहाड़ी के बीच में स्थापित पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान जी की मूर्ति को अराजक तत्वों ने पत्थर से तोड़ते हुए खंडित कर दिया. डीकेएस. स्कूल के बगल में मूर्ति को चोर चुरा ले गए. घोघरा देवी मंदिर के गेट के पास मूर्ति को भी चुराने का प्रयास किया. वजनी होने की वजह से नहीं चुरा पाए. जिससे मूर्ति को पास में ही फेंक दिया.
ग्रामीणों में रोष : घटना की जानकारी जनपद सदस्य पहाड़ी रवि सिंह परिहार द्वारा सुबह पहले थाना प्रभारी अमिलिया केदार परोहा को दूरभाष के माध्यम से दी गई. अमिलिया पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई. जानकारी लगते ही चुरहट एसडीओपी विवेक कुमार गौतम एवं सिहावल चौकी प्रभारी फूलचंद्र बागरी दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. ग्रामीणों ने कहा है कि जिस तरह से अराजक तत्वों द्वारा हिंदू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाई गई है तथा आराध्य हनुमान जी की प्रतिमा को खंडित करते हुए चोरी किया गया है, पुलिस उन्हें जल्द से जल्द पकड़ते हुए कठोर कार्रवाई करे.
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पुलिस की मौजूदगी में किया गया विसर्जित : खंडित हनुमान जी की प्रतिमा को अमिलिया पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों एवं भक्तों द्वारा लाल कपड़े में लपेटकर सोन नदी में प्रवाहित कर दिया गया है. पहाड़ी जनपद सदस्य रवि सिंह परिहार ने बताया है कि 10 वर्ष पूर्व बासुकीनाथ से हनुमान जी की प्रतिमा को लेकर यहां पर स्थापित किया था. परंतु जिस तरह से अराजक तत्वों द्वारा हनुमान जी की प्रतिमा को खंडित किया गया है, इससे काफी दुखी हूं. हिंदू धर्म को लेकर किस तरह से कुठाराघात किया गया है, वह बहुत ही निंदनीय है. हनुमान जी की मूर्ति को खंडित करना एवं चोरी करना घृणित मानसिकता है. (Theft Hanuman statue) (Todfod Hanuman statue) (Anger among villagers) (Police search of accused)