सीधी। जनपद पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर लाखों रुपए के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. यहां एक शिक्षक ने अपनी कंपनी को लाखों रुपए के बिल भुगतान और रिश्तेदारों के नाम पर पैसे लेकर गोलमाल किया है. जिसके चलते एक समाजसेवी ने कलेक्टर से शिकायत की है. वहीं कलेक्टर ने कमेटी बनाकर मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
सीधी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले डेमहा गांव में विकास कार्यों के नाम पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. यहां गांव के ही समाजसेवी अजय सिंह ने कलेक्टर से सबूत के साथ शिकायत दर्ज की है. इस मामले में कलेक्टर से पहले भी शिकायत की गई थी, लेकिन कार्रवाई के नाम पर आज तक कुछ नहीं किया गया है. शिकायतकर्ता ने बताया कि गांव के शिक्षक गणेश सिंह ने अपनी बेटी रोली कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम पर लाखों रुपए के बिल का भुगतान किया है.
शिकायतकर्ता ने बताया कि कंपनी न तो सड़क सामग्री सप्लाई करती है और न हार्डवेयर, फिर भी लाखों के बिल का भुगतान किया गया है. इसके पहले भी पंचायत में लाखों का भ्रष्टाचार सामने आ चुका है, पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं अगर कोई मामला सामने आता है, तो महिला सरपंच से झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी जाती है, जिसके चलते अधिकारी कार्रवाई करने से डरते हैं.
अपर कलेक्टर ने बताया कि इस मामले में सीईओ को निर्देशित किया गया है, जिसके बाद कमेटी बनाकर जांच कराई जाएगी.