सीधी। जिले के कलेक्ट्रेट चौराहे में बाबा अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल और उनके समर्थकों ने 4 घंटे कड़ी धूप में प्रदर्शन किया. अघोषित बिजली कटौती, प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी, मौतों के कारण छुपाना जैसी समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर के सामने पूर्व मंत्री ने धरना दिया. जहां पर 4 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर उपस्थित नहीं हुए.
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धरने में 25 से 30 कांग्रेसी कार्यकर्ता रहे शामिल
सीधी जिले के जिला कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी सीधी एसपी पंकज कुमावत सहित जिले के आला अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे. फिर भी कांग्रेसी कार्यकर्ता कड़ी धूप में बैठे हुए अपनी मांगों को लेकर धरना देते हुए नजर आए. वहीं इस बीच लॉकडाउन के हालात में जहां लोगों को घर से निकलने की मनाही है. उस पर धरना दिया जा रहा था. इस पर Social Distancing की जमकर धज्जियां उड़ाई गई क्योंकि उनके धरने में 25 से 30 कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल रहे, जो सुर्खियों में बना रहा लेकिन फिर भी उनकी मांगो को आला अधिकारी उन्हें नजरअंदाज कर दिया.
एक कांग्रेस कार्यकर्ता की हालत बिगड़ी
इस बीच एक कांग्रेसी कार्यकर्ता की हालत बिगड़ गई. जिसकी वजह से उसे छांव में ले जाया गया लेकिन फिर भी जिले के अधिकारियों ने इस बात को भी नजरअंदाज कर दिया और उनके पास तक नहीं गए. जिसकी वजह से उन्हें 4 घंटे कड़ी धूप में बैठकर ज्ञापन सौंपने का इंतजार करना पड़ा. कमलेश्वर पटेल जो सिहावल क्षेत्र से विधायक हैं वह कांग्रेस के शासनकाल में मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने अपनी मांगो को लेकर अड़े रहे और कलेक्टर को सोशल मीडिया के माध्यम से ज्ञापन सौंपा. जिसके बाद अपर कलेक्टर हर्षल पंचोली ने मौके पर पहुंचकर उनसे ज्ञापन तो ले लिया है पर अभी भी उनकी मांगों को हाशिए पर रखा गया.
वहीं इस मामले को लेकर अपर कलेक्टर हर्षल पंचोली का कहना है कि उन्होंने कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं किया. अब यह है मामला पुलिस का है और वह इस पर जरूर कार्रवाई करेगी.