सीधी। जिले के सोन घड़ियाल अभ्यारण में सालों से रुके घड़ियालों के प्रजनन को बढ़ाने की कवायद तेज हो गई है. यही वजह है कि सोमवार को चंबल से पांच नर घड़ियालों को सोन घड़ियाल अभ्यारण के जोगदहा घाट में छोड़ गया है. इस घाट में तीन दर्जन से अधिक घड़ियाल हैं जो पर्यटकों के लिये आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं.
सोन नदी के 209 वर्ग किलोमीटर में फैले घड़ियाल अभ्यारण में पिछले चार-पांच सालों से प्रजनन रुका हुआ था. क्योंकि चार साल पहले दो नर घड़ियालों की मौत हो गई थी. तब से विभागीय अधिकारी क्षेत्र में नर घड़ियालों की कमी बता रहे थे. वहीं अभ्यारण क्षेत्र में रेत के उत्खनन से भी प्रजनन थमने की बात कही जा रही थी. जानकर मानते हैं कि मादा घड़ियाल सूनसान जगह और गर्म रेत में अंडे देती हैं, लेकिन रेत के उत्खनन से मादा घड़ियाल उस जगह पर नहीं जा पातीं, जिससे प्रजनन में बाधा उत्पन्न होती है.
क्षेत्र संचालक अशोक मिश्रा ने बताया कि चम्बल क्षेत्र के देवरी में घड़ियालों का ब्रीडिंग सेंटर हैं, जहां से पांच नर घड़ियाल लाये गए हैं और सोन घड़ियाल अभ्यारण जोगदहा घाट में छोड़े गए हैं, जिससे अब अभ्यारण में प्रजनन शुरू होगा और घड़ियालों की संख्या बढ़ेगी. बहरहाल 5 साल से घड़ियालों का प्रजनन रुका हुआ था.