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समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी नहीं होने से किसान परेशान, कलेक्टर ने दिया आश्वासन - 80 फीसदी से अधिक धान की कटाई

सीधी में किसानों ने 80 फीसदी से अधिक धान की कटाई कर ली है. अब किसानों को धान को समर्थन मूल्य पर बेचने का इंतजार है. वहीं जिम्मेदार मान रहे हैं, कि धान की कटाई के बाद निर्धारित तिथि पर समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जाएगी. जिसकी तैयारी में प्रशासन जुटा हुआ है.

Farmers worried over not buying paddy
धान खरीदी नहीं से परेशान किसान
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Published : Nov 15, 2020, 1:04 PM IST

सीधी। जिले में धान की कटाई, गहाई होने के बाद किसान अनाज घर पर रखकर बेचने का इंतजार कर रहे हैं. इस साल 18 सौ हेक्टेयर में धान की बुवाई की गई थी, जिसमें 80 फीसदी से अधिक धान की कटाई गहाई हो जाने के बाद भी किसान टकटकी लगाकर सर्मथन मूल्य पर बेचने के लिए इंतजार करने को मजबूर हैं. वहीं जिम्मेदार मान रहे हैं कि धान की कटाई के बाद निर्धारित तिथि पर समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जाएगी. जिसकी तैयारी में प्रशासन जुटा हुआ है.

धान खरीदी नहीं से परेशान किसान
जिले में किसानों की आफत बनी हुई है, कहीं मौसम की बेरुखी तो कहीं कीड़ों का आतंक. अब ऐसे में किसी तरह किसानों ने धान की फसल काटने के बाद उसकी गहाई भी कर, अनाज घर पर रख लिया है, लेकिन अब तक किसान टकटकी लगाकर उसे बेचने का इंतजार कर रहे हैं. सीधी जिले में पिछले साल 30 धान खरीदी केंद्र बनाए गए थे, लेकिन इस साल बढ़ा कर 38 धान खरीदी केंद्र बनाए जा रहे हैं, लेकिन उपचुनाव की वजह से अब तक धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं हुए है. बात करें पिछले साल की तो 66 हजार मेट्रिक टन धान खरीदी की गई थी. जाहिर सी बात है कि इस साल धान का रकवा बढ़ा है. लिहाजा धान खरीदी का लक्ष्य भी बढ़ाया गया है.

किसानों की मानें तो हर साल कही प्रकृति की मार कही कम वर्षा तो कही फसल में कीड़े लग जाने की वजह से किसानों को नुकसान हुआ है. इस साल भी लगभग 30 फीसदी फसल कंडों (कीड़े ) से किसानों को नुकसान हुआ है. अब किसी तरह धान की फसल कटाई गहाई होने के बाद धान घर पर रखी है. ऐसे में सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं हुए है. जिससे किसानों को अगली गेहूं चना, मसूर की खेती करने में देर हो रही है.


वहीं इस मामले में कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी का कहना है कि निर्धारित समय पर धान खरीदी केंद्र में खरीदी शुरू कर दी जाएगी. आगामी 16 तारीख को जिले में 38 धान खरीदी केंद्रों में धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाएगी. पिछले साल 66 हजार मेरिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था. इस साल धान का रकवा बढ़ा है, लक्ष्य भी बढ़कर मिलेगा.

सीधी। जिले में धान की कटाई, गहाई होने के बाद किसान अनाज घर पर रखकर बेचने का इंतजार कर रहे हैं. इस साल 18 सौ हेक्टेयर में धान की बुवाई की गई थी, जिसमें 80 फीसदी से अधिक धान की कटाई गहाई हो जाने के बाद भी किसान टकटकी लगाकर सर्मथन मूल्य पर बेचने के लिए इंतजार करने को मजबूर हैं. वहीं जिम्मेदार मान रहे हैं कि धान की कटाई के बाद निर्धारित तिथि पर समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जाएगी. जिसकी तैयारी में प्रशासन जुटा हुआ है.

धान खरीदी नहीं से परेशान किसान
जिले में किसानों की आफत बनी हुई है, कहीं मौसम की बेरुखी तो कहीं कीड़ों का आतंक. अब ऐसे में किसी तरह किसानों ने धान की फसल काटने के बाद उसकी गहाई भी कर, अनाज घर पर रख लिया है, लेकिन अब तक किसान टकटकी लगाकर उसे बेचने का इंतजार कर रहे हैं. सीधी जिले में पिछले साल 30 धान खरीदी केंद्र बनाए गए थे, लेकिन इस साल बढ़ा कर 38 धान खरीदी केंद्र बनाए जा रहे हैं, लेकिन उपचुनाव की वजह से अब तक धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं हुए है. बात करें पिछले साल की तो 66 हजार मेट्रिक टन धान खरीदी की गई थी. जाहिर सी बात है कि इस साल धान का रकवा बढ़ा है. लिहाजा धान खरीदी का लक्ष्य भी बढ़ाया गया है.

किसानों की मानें तो हर साल कही प्रकृति की मार कही कम वर्षा तो कही फसल में कीड़े लग जाने की वजह से किसानों को नुकसान हुआ है. इस साल भी लगभग 30 फीसदी फसल कंडों (कीड़े ) से किसानों को नुकसान हुआ है. अब किसी तरह धान की फसल कटाई गहाई होने के बाद धान घर पर रखी है. ऐसे में सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं हुए है. जिससे किसानों को अगली गेहूं चना, मसूर की खेती करने में देर हो रही है.


वहीं इस मामले में कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी का कहना है कि निर्धारित समय पर धान खरीदी केंद्र में खरीदी शुरू कर दी जाएगी. आगामी 16 तारीख को जिले में 38 धान खरीदी केंद्रों में धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाएगी. पिछले साल 66 हजार मेरिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था. इस साल धान का रकवा बढ़ा है, लक्ष्य भी बढ़कर मिलेगा.

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