सीधी। शहर में एनएसयूआई ने कलेक्टर रविंद्र चौधरी को एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें संजय गांधी महाविद्यालय की जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण कार्य को रोकने एवं अतिक्रमण मुक्त कराए जाने की मांग की गई है.
एनएसयूआई जिला अध्यक्ष दीपक मिश्रा ने बताया कि संजय गांधी महाविद्यालय सीधी जिले का एक मात्र शासकीय महाविद्यालय है, जहां छात्र-छात्राएं अध्ययन कर अच्छी शिक्षा प्राप्त करते हैं. पिछले कुछ सालों से लगातार योजनाबद्व तरीके से महाविद्यालय के नाम आवंटित भूमि पर कुछ दबंगों द्वारा अवैध कब्जा करने का सिलसिला जारी है, जो कि अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने बताया कि संजय गांधी महाविद्यालय को पूर्व में कुल आवंटित भूमि लगभग 64 एकड़ थी, जिसमे से 14 एकड़ भूमि कन्या महाविद्यालय को एवं 4 एकड़ भूमि केंद्रीय महाविद्यालय को दे दी गई.
दीपक ने बताया कि वर्तमान समय मे कॉलेज के नाम 34 एकड़ भूमि शेष है. उस पर भी अवैध अतिक्रमणकारी गिद्ध की नजर बनाये हुए हैं और अलग अलग चरण मे कब्जा करते रहते हैं.
इस प्रकरण में सबसे खास बात तो यह है कि महाविद्यालय के पूर्व एवं वर्तमान के कर्मचारियों द्वारा ही सार्वाधिक अतिक्रमण किया गया है, जिसमें पदेन कॉलेज के प्राचार्य की मूक स्वीकृत एवं पूर्ण सहयोग का आरोप स्थानीय जनों द्वारा लगाया जा रहा है.
एनएसयूआई द्वारा पहले भी कई बार जिला प्रशासन का ध्यान अवैध अतिक्रमण की ओर खींचा गया था, लेकिन कोई कोर्रवाई नहीं की गयी. इसी का नतीजा है कि ऑडिटोरियम हाल के चारों तरफ बिना सीमांकन के ही बाउंड्री वाल का निर्माण किया जा रहा है.
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन इकाई सीधी ने ज्ञापन देते हुए जिला प्रशासन को चेताया है कि यदि सात दिन के अंदर महाविद्यालय की भूमि से अवैध अतिक्रमण नही हटाया गया तो एनएसयुआई द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा.