ETV Bharat / state

जन सुनवाई में वृद्धा का छलका दर्द,रो-रो कर सुनाई परेशानी,तहसीलदार ने दिखाया बाहर का रास्ता - सीधी न्यूज

सीधी में जनसुनवाई में पहुंची बुजुर्ग महिला ने रोकर अपनी शिकायत अधिकारियों को सुनाई.महिला का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

elderly-woman-heard-complaint
महिला ने रोकर सुनाई शिकायत
author img

By

Published : Jan 1, 2020, 1:17 AM IST

सीधी। गरीबों के हितों की बात करने वाली सरकार में प्रशासनिक अधिकारी गरीबों के लिए कितने गंभीर दिखाई देते हैं. जिसकी बानगी उस वक्त सामने आई, जब जिला पंचायत में कलेक्टर की जनसुनवाई में एक वृद्ध महिला का दर्द छलक उठा और वह फूट-फूट कर रोने लगी. जमीन सबंधी मामले की कई बार शिकायतें करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

महिला ने रोकर सुनाई शिकायत

सीधी में एक वृद्ध महिला अपनी जमीन विवाद की समस्या को लेकर दर-दर भटकने को मजबूर है. महिला के घर और जमीन पर उसके रिश्तेदार कब्जा किए हुए हैं. जिसे लेकर वृद्धा ने कई बार पटवारी से लेकर कलेक्टर, मंत्री, सांसद और विधायक सभी से गुहार लगा चुकी है. लेकिन कोई सुनता ही नही है. वहीं एक बार फिर महिला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंची और रो-रो कर अपना दर्द सुनाने लगी.

महिला के रोने की आवाज से अंदर सुनकर बाहर आए तहसीलदार ने उसे बाहर का रास्ता दिखाया. वहीं इस मामले में तहसीलदार का कहना है कि महिला का मामले में फैसला हो चुका है. सभी दस्तावेज दुरुस्त है. उसके भाई पाटीदार आपसी विवाद है. जिसका फैसला कमिश्नर के यहां हो चुका है और तत्कालीन कलेक्टर ने पहले भी इसे ऋण पुस्तिका उपलब्ध कराई है. लेकिन फिर भी महिला बार-बार पहुंच जाती है.

सीधी। गरीबों के हितों की बात करने वाली सरकार में प्रशासनिक अधिकारी गरीबों के लिए कितने गंभीर दिखाई देते हैं. जिसकी बानगी उस वक्त सामने आई, जब जिला पंचायत में कलेक्टर की जनसुनवाई में एक वृद्ध महिला का दर्द छलक उठा और वह फूट-फूट कर रोने लगी. जमीन सबंधी मामले की कई बार शिकायतें करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

महिला ने रोकर सुनाई शिकायत

सीधी में एक वृद्ध महिला अपनी जमीन विवाद की समस्या को लेकर दर-दर भटकने को मजबूर है. महिला के घर और जमीन पर उसके रिश्तेदार कब्जा किए हुए हैं. जिसे लेकर वृद्धा ने कई बार पटवारी से लेकर कलेक्टर, मंत्री, सांसद और विधायक सभी से गुहार लगा चुकी है. लेकिन कोई सुनता ही नही है. वहीं एक बार फिर महिला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंची और रो-रो कर अपना दर्द सुनाने लगी.

महिला के रोने की आवाज से अंदर सुनकर बाहर आए तहसीलदार ने उसे बाहर का रास्ता दिखाया. वहीं इस मामले में तहसीलदार का कहना है कि महिला का मामले में फैसला हो चुका है. सभी दस्तावेज दुरुस्त है. उसके भाई पाटीदार आपसी विवाद है. जिसका फैसला कमिश्नर के यहां हो चुका है और तत्कालीन कलेक्टर ने पहले भी इसे ऋण पुस्तिका उपलब्ध कराई है. लेकिन फिर भी महिला बार-बार पहुंच जाती है.

Intro:एंकर-- गरीबों के हितों की बात करने वाली सरकार में प्रशासनिक अधिकारी गरीबों के लिए कितने गंभीर दिखाई देते हैं जिसकी एक बांध की आज उस वक्त सामने आई है जब जिला पंचायत में कलेक्टर की जनसुनवाई में एक वृद्ध महिला का दर्द छलक उठा और महिला फूट-फूट कर रोने लगी महिला का कहना है कि उसकी जमीन संबंधी मामले में सैकड़ों बार प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई नहीं सुन रहा है और महिला हंगामा करने लगी महिला की रुदन सुनकर तहसीलदार बाहर आए और महिला को बाहर का रास्ता दिखाने लगे।


Body:वाइस ओवर(1)- सीधी में एक वृद्ध महिला अपनी जमीन विवाद की समस्या को लेकर दर-दर भटकने को मजबूर है महिला के घर और जमीन पर उसके रिश्तेदार कब्जा किए हुए हैं जिसे लेकर वृद्धा ने अनेक बार पटवारी से लेकर कलेक्टर मंत्री सांसद विधायक सभी से गुहार लगा चुकी है न्याय के लिए दफ्तरों पर नाक रगड़ दी है लेकिन कोई नहीं सुनता कलेक्टर की जनसुनवाई में अनेक बार मदद की भीख मांगी लेकिन इस गरीब की फरियाद पर किसी का ध्यान नहीं गया लिहाजा आज फिर महिला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे और अपना दर्द रो-रो कर सुनाने लगी महिला के रोने की आवाज से अंदर से बाहर तहसीलदार पहुंची और महिला को पकड़कर बाहर का रास्ता दिखाने लगे वही पत्रकारों ने जब यह पूरा हंगामा अपने कैमरे में कैद किया और तहसीलदार से सवाल पूछा तो कहने लगी इस महिला की मामले में फैसला हो चुका है सभी दस्तावेज दुरुस्त है इसके भाई पाटीदार आपसी विवाद है इसका फैसला कमिश्नर के यहां हो चुका है तत्कालीन कलेक्टर ने पहले भी इसे ऋण पुस्तिका उपलब्ध कराई है लेकिन फिर भी महिला बार-बार पहुंच जाती है।
बाइट(1) लक्ष्मी नारायण मिश्रा तहसीलदार।


Conclusion:बहरहाल वृद्ध महिला न्याय की आस में किस तरह हताश हो गई है और गरीबी के चलते सड़कों पर भीख मांग रही है लेकिन प्रशासन की संवेदना जैसी मर्जी गई हो आज तक उस महिला को न्याय दिलवा नहीं पाए ऐसे में समझा जा सकता है कि सरकार जरूर गरीबों के हितों की बात करती है लेकिन प्रशासन मैं बैठे अधिकारी और उनके नुमाइंदे सरकार के सारे वादों पर पानी फेर देते हैं।
पवन तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.