सीधी। बीजेपी जिला पंचायत सदस्य और वन स्थाई समिति की अध्यक्ष ऊषा गोपाल पटेल एक बार फिर विवादों में आ गयी है. इसके पहले वो अपनी कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में रही हैं. बीते साल जिला पंचायत की बैठक के दौरान बोतल उछालकर अभद्र व्यवहार को लेकर वे चर्चा में आई थी. वहीं अब उन्होंने कलेक्टर अभिषेक सिंह के चेंबर में बिना अनुमति घुसकर पक्षपात का आरोप लगाया है, हालांकि इस दौरान कलेक्टर ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.
दरअसल, विवादों से नाता रखने वाली जिला पंचायत सदस्य उषा गोपाल पटेल शनिवार को कलेक्टर से मिलने पहुंची थीं. लेकिन वे बिना अनुमति ही कलेक्टर के कार्यालय में घुस गई और उनसे ऊंची आवाज में बात करने लगीं. इस दौरान कलेक्टर ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. इसी बात से नाराज उषा गोपाल पटेल ने कलेक्टर पर पक्षपात का आरोप लगा दिया. उन्होंने कलेक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा कि कलेक्टर ने शिवराज सिंह के पास जाने की बात कही हैं. जबकि वे लोगों की समस्या लेकर उनके पास पहुंची थी.
इस मामले में जब कलेक्टर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कार्यालय में आम जनता आती है, उनकी भी सुनवाई की जाती है. तो ऐसे में जनप्रतिनिधि का तो सवाल ही पैदा नहीं होता. अब वे यहां आकर कुछ भी आरोप लगा दे तो ये गलत बात है. उनके (उषा गोपाल पटेल) के आरोप में सत्यता होनी चाहिए.