सीधी| जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं. मरीजों को भगवान भरोसे छोड़कर डॉक्टर अस्पताल से नदारद रहते हैं, वहीं जिला अस्पताल में जगह- जगह पानी भरा हुआ है. हाल ये हैं कि सफाई कर्मियों द्वारा सफाई न करने की वजह से जगह-जगह गंदगी फैली हुई है. अस्पताल में मरीजों का जीना मुश्किल हो रहा है.
सीधी जिला मुख्यालय का सरकारी अस्पताल जहां दूर- दूर के लोग अपना इलाज कराने पहुंचते हैं, लेकिन जब वे पहुंचते हैं तो अस्पताल किसी नर्क से कम नहीं लगता. जगह-जगह फैली गंदगी से मरीज और भी बीमार हो जाते हैं. यहां तक कि मरीजों के परिजन भी बीमार हो रहे हैं. मरीजों के परिजनों ने बताया कि यहां पर ना तो डॉक्टर आते हैं, ना ही नर्स देखने पहुंचती हैं. नर्स यदि आ भी जाती हैं तो मरीजों के साथ बदसलूकी कर वाद-विवाद पर उतर आती हैं.
जिला अस्पताल में लगभग तीन दिन से सफाई कर्मी अपने वेतन ना मिलने की वजह से सफाई नहीं कर रहे हैं. जिसकी वजह से पूरे वार्डों में खून, सिरिंज और पट्टी जैसी गंदगी फैली हुई है. मरीजों का कहना है कि ऐसी व्यवस्थाएं जिला अस्पताल में किसी नर्क से कम नहीं लगती. मरीजों को भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है ना तो देखने पहुंचते हैं और ना ही इलाज सही हो पाता है.
पिछले कई सालों से जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ रही हैं. कलेक्टर अभिषेक सैनी ने जरूर जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने की कोशिश की लेकिन सिर्फ सूरत ही बदल पाई है. व्यवस्थाएं आज भी 10 साल पुरानी हैं. वहीं जिला अस्पताल के जिम्मेदार से जब सवाल पूछा जाता है, तो उनका कहना है कि सफाई कर्मियों को वेतन नहीं मिला है, जिसकी वजह से गंदगी फैली हुई है. ये सिविल सर्जन का मामला है इसे वही देखेंगे.