सीधी। जिला अस्पताल लूट का अड्डा बनता जा रहा है. यहां हप्ते में एक दिन दिव्यांगों के लिए प्रमाण पत्र दिया जाता है, जहां दूर-दूर से दिव्यांग जिला अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन उनसे भी प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर रिश्वत ली जाती है.
दिव्यांगों ने प्रमाण पत्र बनाने के लिए महीनों भटकाने और फीस से ज्यादा पैसे लेने का आरोप लगाया और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ हंगामा खड़ा कर दिया. दिव्यांगों ने बताया कि प्रमाण पत्र बनाने की एवज में उनसे 200 रुपये लिए जाते हैं, उसके बाद भी महीनों इंतजार करना पड़ता है.
मामले में जिम्मेदारों का कहना है, कि दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए 150 रुपये का फॉर्म लेना होता है. अगर इससे अधिक पैसे लिए जा रहे हैं तो यह गलत है इसकी जांच होगी.