सीधी। जिले में आज कोरोनावायरस की जंग लड़ रहे कर्मियों ने आंदोलन की राह पकड़ी है. इनका कहना है कि इन्हें भी संविदा पद पर नियुक्त कर नियमित किया जाए और कोविड-19 युद्ध कल्याण योजना कर्मवीर योद्धा कल्याण योजना में शामिल किया जाए. पूजा पार्क से लेकर जिला कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
सीधी में आज रैली निकालकर इन कोरोना कर्मियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. इनका कहना है कि पिछले 6 माह से लगातार यह लोग कोरोना की जंग लड़ते आ रहे हैं, लेकिन इन्हें अस्थाई रूप से रखा गया है, जबकि इनका कहना है कि इन्हें स्थाई किया जाए. साथ ही संविदा पद पर इन्हें रखा जाए और कोविड-19 युद्ध कल्याण योजना कोविड-19 कर्मवीर योद्धा कल्याण योजना में शामिल किया जाए. इनका कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा जरुर इन्हें 50 लाख का बीमा देने की बात कही गई थी. लेकिन प्रदेश में ऐसे कई करो ना कर्मियों की मौत हुई है. जिन्हें आज तक बीमा की राशि उपलब्ध नहीं हो पाई है.
अपनी नियमितीकरण की मांग और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की तरह इन्हें भी सुविधा मुहैया कराई जाए. क्योंकि यह लोग सीधे कोरोना वायरस से संपर्क में रहते हैं और इनको भी जान का खतरा बना रहता है. इनके परिवार के पालन पोषण के लिए सरकार को इन्हें स्थाई करना ही होगा. कर्मियों का कहना है कि पिछले 6 माह से लगातार ये लोग कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की सेवा करते आ रहे हैं. इन्हें ना छुट्टी मिलती है और ना ही अन्य शासकीय कर्मचारियों की तरह सुविधाएं दी जाती है. एक माह का एक्सटेंशन दे दिया गया है.
बहरहाल, पिछले 6 माह से लगातार यह लोग कोरोना से जंग लड़ते आ रहे हैं लेकिन इन्हें अन्य शासकीय कर्मचारी की तरह सुविधा नहीं दी जा रही है और ना ही छुट्टी दी जाती है. कम वेतन और अस्थाई रूप से लगातार काम कर रहे इन लोगों ने अब आंदोलन कर मुख्यमंत्री से इन्हें नियमितीकरण और संविदा पद पर नियुक्त करने की मांग की है ऐसे में देखना होगा कि शासन इनकी मांगे कब तक पूरी करता है.