सीधी। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के हाल कितने बेहाल हैं, ये किसी से छुपा नहीं हैं. इसी कड़ी में बेहाली को उजागर करता हुए डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है. जहां एक बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई. कारनामा सिर्फ यहीं तक नहीं था उस बुजुर्ग के शव को ले जाने परिजनों को घंटों इंतजार के बाद भी शव वाहन नसीब नहीं हुआ. वहीं हर बार की तरह इस मामले में भी अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर पल्ला झाड़ते नजर आए.
मामला है सेमरिया उपस्वाथ्य केंद्र का. जहां बरिगवा गांव से 80 साल के बुजुर्ग जगभान सेन को उनके परिजनों ने इलाज के लिए भर्ती किया. लेकिन परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर अरविंद सिंह की लापरवाही की वजह से बुजुर्ग की मौत हो गई. इसके अलावा बुजुर्ग की मौत हो जाने के बाद परिजन घंटों लाश को ले जाने के लिए शव वाहन का इंतजार करते रहे. लेकिन उन्हें शव ले जाने के लिए वाहन नसीब नही हो सका. जिसके बाद मजबूरन उन्हें ऑटो रिक्शा में शव और साइकिल लाद कर घर ले जाना पड़ा.
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वहीं इस मामले में पल्ला झाड़ते हुए डॉक्टर ने कहा कि परिजनों को पहले ही बता दिया गया था कि मरीज को रेफर कर दिया गया है, लेकिन वे उसे नहीं ले गए. इसमें हमारा कोई दोष नहीं है. बहरहाल जिला अस्पताल के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल बनी हुई है. जहां आए दिन डॉक्टरों और प्रबंधन की लापरवाही की वजह से मरीजों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.