सीधी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में अध्ययनरत छात्र-छात्रा संगठन ने मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ स्टूडेंट्स एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन के जरिए सीधी बस दुर्घटना में मृतक यात्रियों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है. छात्रों ने दो मिनट का मौन रखकर सरकार से मांग की है कि सभी मृतक परिवार के सदस्यों को नौकरी दी जाए, ताकि वह परिवार एक साधारण जिंदगी जीने के लिए सक्षम रहे.
सीधी सड़क हादसा
- मंगलवार को सीधी में रामपुर नेकिन के पाटन पुलिया के पास यात्री से भरी बस नहर में गिर गई थी. बस सीधी से सतना जा रही थी. इस हादसे में 54 लोगों की मौत हो चुकी है. बाकी यात्रियों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
- बस में 58 यात्री सवार थे. बस सुबह अपने तय रुट पर थी. आगे रास्ते में जाम लगने की वजह से ड्राइवर ने नहर वाला अलग रूट अपनाया था.
- जब बस रामपुर के नेकिन इलाके से सुबह करीब 7.30 बजे गुजर रही थी. तब ही ड्राइवर का नियंत्रण वाहन से खत्म हो गया. इसके बाद अनियंत्रित बस बाणसागर नहर में गिर गई.
सात जिंदगी बचाने और 38 शव निकालने वाला असली 'हीरो'
- आनन-फानन में रेस्क्यू शुरू किया गया, फिर भी 54 यात्रियों को नहीं बचाया जा सका, उनके शव नहर से निकाल लिए गए हैं. जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस समय नहर में पानी ज्यादा था. पानी का बहाव भी तेज था, लिहाजा यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिला.
- जिस नहर में बस गिरी है, वो नहर बाणसागर डैम से निकलती है. जो कि करीब 22 फीट गहरी है. तेज बहाव की वजह से रेस्क्यू में काफी दिक्कतें आईं हैं. हादसे के करीब 4 घंटे बाद सुबह 11.45 बजे क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला गया.
सभी छात्रों ने मृतक यात्रियों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति गहरा शोक संवेदना व्यक्त की. एसोसिएशन उच्च शिक्षा पर कार्य करती है और छात्रों की शिक्षा से संबंधित मदद की जाती है. एसोसिएशन के संयोजक इंद्रलाल पटेल ने कहा कि इस घटना में ज्यादातर परीक्षार्थी थे और उन्होंने सभी मृतक परिवार के सदस्य को नौकरी देने की मांग किया है.