सीधी। सीधी जिले में शनिवार को आंगनबाड़ी यूनियन एटक ने अपनी मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग है कि उन्हें कोरोना काल में सुरक्षा किट सौंपा जाए. साथ ही उनका नियमितीकरण किया जाए. कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपकर सरकार से जल्द उनकी मांगे पूरी करने का आग्रह किया है.
एटक यूनियन के राष्ट्रीय आवाहन पर सीधी में आंगनबाड़ी यूनियन में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार लक्ष्मी कांत मिश्रा ज्ञापन सौंपा है. आंगनबाड़ी यूनियन एटक के प्रदेश सचिव विभा पांडे ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पहले से ही अन्य बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं. वहीं शासन की कोई ठोस नीति ना होने से कोरोना काल में जमीनी स्तर पर काम कर रही है. लेकिन इनके लिए कोई सामाजिक सुविधा की व्यवस्था नहीं है. माकपा नेता आनंद पांडे ने आंगनबाड़ी यूनियन का समर्थन करते हुए कहा कि कोविड-19 को प्रधानमंत्री मोदी ने देश की संपत्ति को बेचने का अवस्रर बना दिया है. देश की संपत्ति बेचने का समय तब चुना जब कोरोना के कारण जनता सड़कों में उतर नहीं सकती है.
वहीं आंगनबाड़ी यूनियन ने ज्ञापन में मांग की है कि कोरोना के खिलाफ अभियान के लिए कार्यकर्ताओं को मास्क सैनिटाइजर और सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराया जाए. आंगनबाड़ी कर्मियों को नियमित कर कर्मचारी का दर्जा दिया जाए. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शासकीय रिकॉर्ड रजिस्टर उपलब्ध कराया जाए. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से आईसीडीएस के अलावा अन्य विभाग के कार्य कराया जाए. इसके अलावा कार्यकर्ताओं का 1500 रुपए काटा हुआ मानदेय वापस दिलाए जाने की मांग की गई है. साथ ही नीति और प्रशिक्षण के लिए आने-जाने का किराया दिलाया जाए. प्रधानमंत्री द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों के लिए घोषित विशेष बीमा जोखिम भरे इस अभियान में शामिल आंगनबाड़ी कर्मियों को भी शामिल किया जाए.