सीधी। 1 सितंबर को कुसमी नायब तहसीलदार पर हुए हमले के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मुख्य आरोपी समेत एक नाबालिग शामिल है. मुख्य आरोपी ने वारदात को अंजाम देना कुबूल किया है, जिसके बाद पुलिस ने घटना का सीन रिक्रिएट कर लिया. नाबालिग को पुलिस जुवेनाइल कोर्ट में और मुख्य आरोपी देवीदीन जैसवाल को जल्द कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है.
संजय गांधी अस्पताल में भर्ती हैं अधिकारी
कुसमी तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार लवलेश मिश्रा को एक तारीख को करीब साढ़े नौ बजे के करीब कुल्हाड़ी से गर्दन और सिर पर वार कर दिया था, जिसमें नायब तहसीलदार गंभीर घायल हुए हैं. उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद संजय गांधी अस्पताल रीवा रेफर कर दिया गया है. जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है.
ऐसे हुई थी वारदात
घटना के दिन जब नायब तहसीलदार लवलेश मिश्रा अपने आवास के सामने टहल रहे थे, तभी दोनों आरोपी पेड़ की आड़ में छुपते-छुपाते आए और लवलेश मिश्रा की गर्दन पर पहला वार किया. नायब तहसीलदार कुछ समझ पाते इससे पहले आरोपियों ने उनके सिर पर तीन चार वार कर दिए और पीछे बने तालाब में कुल्हाड़ी धोकर घर ले गए और कपड़े भी धो लिए. पुलिस ने कपड़ा और कुल्हाडी भी बरामद कर ली है.
इसलिए किया हमला
घटना के बाद से ही पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए कुसमी क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया था. लगातार छानबीन करने के बाद सुराग लगा कि देवीदीन जैसवाल के पिता से कुछ दिन पहले ही नायब तहसीलदार ने चाय की गुमटी हटाने की बात कही थी ओर यही बात हमले की वजह बनी. पुलिस अधीक्षक पंकज कुमाबत ने बताया कि तहसील परिसर में कुछ दिन पहले से बल्ब की चोरी हो रही थी, जिसे लेकर उन्होंने आरोपी को समझाइश दी थी की आवारा लोगों को दुकान पर न जमने दें नहीं तो उसका अतिक्रमण हटा दिया जाएगा.