ETV Bharat / state

अस्पताल की लापरवाही पड़ी भारी, घंटों स्ट्रेचर के लिए भटकते रहे परिजन, बच्चे को जन्म देकर महिला की मौत - सीधी

सीधी जिले में नए कलेक्टर द्वारा स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा दिलाने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं,वहीं जिले में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुधरने की नाम ही नहीं ले रही हैं,ऐसा ही एक मामला जिले के आदिवासी अंचल टंसार में देखने को आया जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्सों की लापरवाही की वजह से एक प्रसूता महिला की मौत हो गयी.

खराब स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
author img

By

Published : Feb 8, 2019, 7:05 PM IST

सीधी। जिले में जहां नए कलेक्टर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं, तो दूसरी तरफ अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही है. ऐसा ही मामला जिले के आदिवासी अंचल टंसार में देखने को मिला, जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्सों की लापरवाही की वजह से एक प्रसूता की मौत हो गई.

खराब स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
undefined


परिजनों ने नर्स और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कलेक्टर से शिकायत की है. मृतक महिला के भाई ने बताया कि कल कुसुमकली जायसवाल को टंसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था. उसी दौरान कुसुम को तेज प्रसव पीड़ा हुई और नर्सों ने बच्चे को जबरन बाहर खींचा. इससे महिला को और अधिक पीड़ा हुई और अत्यधिक खून बहने लगा. गंभीर हालत होने पर महिला को बेहोशी की हालत में स्वास्थ्य केंद्र टंसार से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जिसके बाद घंटों परिजनों को स्ट्रेचर के लिए भटकना पड़ा. इलाज में देर होने पर महिला की मौत हो गई. वहीं इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी ने रटारटाया जवाब दिया कि सभी पहलुओं पर जांच की जाएगी और दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी.


बहरहाल सीधी जिले में शासकीय हॉस्पिटलों में लापरवाही के मामले आये दिन सामने आते रहते हैं, कहीं एंबुलेंस का न मिलना, तो कहीं नर्सों या डॉक्टरों की लापरवाही. इसके कारण प्रसव कराने पहुंची महिलाओं की मौत हो जाती है. बहरहाल तो महिला एक स्वस्थ बच्चे को जन्म देकर इस दुनिया को अलविदा कह गई.

undefined

सीधी। जिले में जहां नए कलेक्टर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं, तो दूसरी तरफ अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही रुकने का नाम नहीं ले रही है. ऐसा ही मामला जिले के आदिवासी अंचल टंसार में देखने को मिला, जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्सों की लापरवाही की वजह से एक प्रसूता की मौत हो गई.

खराब स्वास्थ्य व्यवस्थाएं
undefined


परिजनों ने नर्स और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कलेक्टर से शिकायत की है. मृतक महिला के भाई ने बताया कि कल कुसुमकली जायसवाल को टंसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था. उसी दौरान कुसुम को तेज प्रसव पीड़ा हुई और नर्सों ने बच्चे को जबरन बाहर खींचा. इससे महिला को और अधिक पीड़ा हुई और अत्यधिक खून बहने लगा. गंभीर हालत होने पर महिला को बेहोशी की हालत में स्वास्थ्य केंद्र टंसार से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जिसके बाद घंटों परिजनों को स्ट्रेचर के लिए भटकना पड़ा. इलाज में देर होने पर महिला की मौत हो गई. वहीं इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी ने रटारटाया जवाब दिया कि सभी पहलुओं पर जांच की जाएगी और दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी.


बहरहाल सीधी जिले में शासकीय हॉस्पिटलों में लापरवाही के मामले आये दिन सामने आते रहते हैं, कहीं एंबुलेंस का न मिलना, तो कहीं नर्सों या डॉक्टरों की लापरवाही. इसके कारण प्रसव कराने पहुंची महिलाओं की मौत हो जाती है. बहरहाल तो महिला एक स्वस्थ बच्चे को जन्म देकर इस दुनिया को अलविदा कह गई.

undefined
Intro:एंकर--सीधी जिले में नए कलेक्टर द्वारा स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा दिलाने पर विशेष ध्यान दे रहे है,वही जिले में स्वास्थ्य व्यवस्थ्यए सुधरने की नाम ही नही ले रहा है,ऐसा ही एक मामला जिले के आदिवासी अंचल टंसार में देखने को आया जहाँ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्सो की लापरवाही की वजह से एक प्रसूता महिला की मौत हो गयी,जिसमे परिजनों ने नर्स ओर जिला अस्पताल में व्यवस्था को दोषी माना है,ओर कलेक्टर से शिकायत की गई है।


Body:,मृतक महिला के भाई ने बताया कि कल कुसुमकली जायसवाल को टंसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था,उसी दौरान कुसुम को तेज पीड़ा हुई और नर्सो ने बच्चे को जबरन बाहर खींच किया,जिससे महिला को ओर अधिक पीड़ा और खून बहने लगा,ओर महिला को दर्द अधिक होने की बजह से बेहोशी आ गयी,जिसे स्वास्थ्य केंद्र टंसार द्वारा जिला अस्पताल रेफर कर दिया,इधर घंटो इट्रेचर के लिए भटकना पड़ा, यदि मिल जाता तो शायद जान बच सकती थी,।
बाइट(1) रामकृष्ण जायसवाल(मृतका का भाई)
बाइट(2)देवेंद्र (परिजन)
वही इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी वही रटारटाया जबाव दिया जाता है कि सभी पहलू पर जांच की जाएगी,दोषी कर्मियों पर कार्यवाही की जाएगी।
बाइट(3) आर एल वर्मा(CMHO सीधी जिला हॉस्पिटल)


Conclusion:बहरहाल सीधी जिले में शासकीय हॉस्पिटलों में लापरवाही के मामले आये दिन सामने आते रहते है,कही एम्युलेन्स का न मिलना,कही नर्सो या डॉक्टरों की लापरवाही जिससे प्रसव कराने पहुँची महिलाओ की मौत हो जाती है,हालांकि कुसुमकली एक स्वस्थ बच्चा छोड़ इस दुनिया से अलविदा हो गयी,ऐसे कितने लोग शासकीय अस्पतालों की लापरवाही की बजह से अपनी जान देते रहेंगे फिरहाल यह कहना मुशिकल है।
पवन तिवारी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.