सीधी। जिले के 12 गांवों को पायलट प्रोजेक्ट भू-दृश्य बहाली में चयनित किया गया है. प्रोजेक्ट का क्रियांवयन वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से संबद्ध एनजीओ आशा कर रहा है. भू-दृश्य बहाली परियोजना अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के साथ लोगों को आर्थिक रूप से संपन्न बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा. स्थानीय लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए सभी शासकीय विभागों तथा एनजीओ आशा की टीम ग्रामवासियों से संवाद कर रही है. इसी क्रम में बुधवार को पवया पूर्व गांव में कलेक्टर अध्यक्षता में रात्रि चौपाल का आयोजन हुआ.
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प्रोजेक्ट इस क्षेत्र की समृद्धि के लिए- कलेक्टर
कलेक्टर चौधरी ने ग्रामवासियों से संवाद कर उन्हें इस प्रोजेक्ट में पूर्ण रूप से सहभागी बनने के लिए कहा. कलेक्टर ने कहा कि यह प्रोजेक्ट इस क्षेत्र की समृद्धि के लिए है. इसका केंद्र बिंदु स्थानीय जन समुदाय है. पर्यावरण के मूल स्वरूप को बचाते हुए लोगों की आजीविका में वृद्धि करना तथा क्षेत्र में समृद्धि लाना इसका उद्देश्य है. कलेक्टर ने सभी विभागीय अधिकारियों को प्रोजेक्ट में चयनित गांवों में अभियान चलाकर विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं. उन्होने कहा कि सभी योजनाओं का कन्जर्वेन्स इस प्रकार से हो कि इस क्षेत्र को एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया जा सके.