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लापरवाही से बर्बाद हुई दवाइयां: स्टोर रूम में भरा पानी, ग्लूकोज की बोतलें फूटीं, इंजेक्शन में लगी फफूंद

शिवपुरी जिला अस्पताल में लापरवाही (Negligence in Shivpuri District Hospital) का मामला सामने आया है. अस्पताल के स्टोर रूम में कई दवाइयां बर्बाद हो गई. स्टोर रूम प्रभारी ने बारिश के मौसम में दवाइयों को चेक नहीं किया, जिसके कारण स्टोर रूम में रखी सभी दवाइयां खराब हो गई. इस मामले में सिविल सर्जन का कहना है कि कोई दवाई खराब नहीं हुई है. मामले की जांच की जा रही है.

carelessly wasted medicines
लापरवाही से बर्बाद हुई दवाइयां
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Published : Oct 12, 2021, 5:47 PM IST

शिवपुरी। जिला अस्पताल (District Hospital) के स्टोर रूम में बारिश के दौरान भरे पानी से कई दवाइयां खराब (Medicines Spoiled) हो गईं. स्टोर रूम में भरी दवाओं के स्टॉक को प्रभारी ने चेक नहीं किया, जिसके कारण यह स्थिति निर्मित हुई. स्टोर रूम प्रभारी की लापरवाही (Negligence of Store Room In-Charge) ने हजारों रुपए की दवाओं को पानी में मिला दिया. जब अस्पताल प्रबंधन ने ड्यूटी रुम बनाने के लिए जब स्टोर रूम को खोला, तो दवाई की बर्बादी (Drug Waste) की बात सामने आई. इस मामले में अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि कोई दवाई खराब नहीं हुई है. इस मामले की जांच की जा रही है.

बारिश के मौसम में नहीं दिया ध्यान

जिला अस्पताल के पांच मंजिला भवन में ग्राउंड फ्लोर पर बने इस स्टोर रूम में ग्लूकोज की बोतलों के साथ कई दवाओं का स्टॉक रखा हुआ था. स्टॉक को समय-समय पर देखना स्टोर प्रभारी की जिम्मेदारी है, लेकिन प्रभारी ने बारिश के मौसम में इस ओर ध्यान ही नहीं दिया. परिणाम स्वरूप इस स्टोर रूम में पानी भरता चला गया, जो कई दवाओं में भर गया. जिससे दवाएं पूरी तरह खराब हो गईं. दवाओं के रखरखाव में अनियमितता बरते जाने के कारण ग्लूकोज की बहुत सारी बोतलें भी फूट गईं.

बेहद शर्मनाक : जनसुनवाई में फरियादी ने खाया जहर, कलेक्टर पंकज जैन बोले- ये Non Issue है, इसे Issue मत बनाओ

पहले भी हो चुकी है ऐसी लापरवाही

पिछले साल भी जिला अस्पताल में दवाओं के राखरखाव और स्टॉक चेक करने में लापरवाही बरतने का मामला सामने आया था. इस मामले में लाखों रुपए की दवाएं एक्सपायर हो गईं थीं, जिन्हें बाद में खुले मैदान में आग के हवाले कर दिया था. इस मामले को बाद में जांच में लीपा-पोती कर फाइलों में दबा दिया गया.

कमेटी गठित की गई है- सिविल सर्जन

दवाएं खराब नहीं हुई हैं. वो तो सिर्फ साइड से पानी भर गया है. वहां कोई इंजेक्शन या दवाएं नहीं थीं, जिनमें पानी भरता. हमने इस मामले में कमेटी गठित की है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कुछ कह सकेंगे.

- डॉ. राजकुमार ऋषिस्वर, सिविल सर्जन

शिवपुरी। जिला अस्पताल (District Hospital) के स्टोर रूम में बारिश के दौरान भरे पानी से कई दवाइयां खराब (Medicines Spoiled) हो गईं. स्टोर रूम में भरी दवाओं के स्टॉक को प्रभारी ने चेक नहीं किया, जिसके कारण यह स्थिति निर्मित हुई. स्टोर रूम प्रभारी की लापरवाही (Negligence of Store Room In-Charge) ने हजारों रुपए की दवाओं को पानी में मिला दिया. जब अस्पताल प्रबंधन ने ड्यूटी रुम बनाने के लिए जब स्टोर रूम को खोला, तो दवाई की बर्बादी (Drug Waste) की बात सामने आई. इस मामले में अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि कोई दवाई खराब नहीं हुई है. इस मामले की जांच की जा रही है.

बारिश के मौसम में नहीं दिया ध्यान

जिला अस्पताल के पांच मंजिला भवन में ग्राउंड फ्लोर पर बने इस स्टोर रूम में ग्लूकोज की बोतलों के साथ कई दवाओं का स्टॉक रखा हुआ था. स्टॉक को समय-समय पर देखना स्टोर प्रभारी की जिम्मेदारी है, लेकिन प्रभारी ने बारिश के मौसम में इस ओर ध्यान ही नहीं दिया. परिणाम स्वरूप इस स्टोर रूम में पानी भरता चला गया, जो कई दवाओं में भर गया. जिससे दवाएं पूरी तरह खराब हो गईं. दवाओं के रखरखाव में अनियमितता बरते जाने के कारण ग्लूकोज की बहुत सारी बोतलें भी फूट गईं.

बेहद शर्मनाक : जनसुनवाई में फरियादी ने खाया जहर, कलेक्टर पंकज जैन बोले- ये Non Issue है, इसे Issue मत बनाओ

पहले भी हो चुकी है ऐसी लापरवाही

पिछले साल भी जिला अस्पताल में दवाओं के राखरखाव और स्टॉक चेक करने में लापरवाही बरतने का मामला सामने आया था. इस मामले में लाखों रुपए की दवाएं एक्सपायर हो गईं थीं, जिन्हें बाद में खुले मैदान में आग के हवाले कर दिया था. इस मामले को बाद में जांच में लीपा-पोती कर फाइलों में दबा दिया गया.

कमेटी गठित की गई है- सिविल सर्जन

दवाएं खराब नहीं हुई हैं. वो तो सिर्फ साइड से पानी भर गया है. वहां कोई इंजेक्शन या दवाएं नहीं थीं, जिनमें पानी भरता. हमने इस मामले में कमेटी गठित की है. कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कुछ कह सकेंगे.

- डॉ. राजकुमार ऋषिस्वर, सिविल सर्जन

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