शिवपुरी। जिले में अज्ञात मृतकों की अस्थि विसर्जन के लिए मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने निर्देश जारी किया है. इन अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया जाएगा. दरअसल शिवपुरी में पिछले 2-3 साल में 16 ऐसी अस्थियां मुक्ति धाम में रखी है जो अज्ञात हैं और उन्हें कोई लेने नहीं आया है. वहीं कोरोना काल में मृत लगभग 70-80 अस्थियों का भी गंगा में विसर्जन नहीं हो पाया है, जो इस सूची में शामिल हैं.
मंत्री ने CMO को दिेए निर्देश
लंबे इंतजार के बाद अब मुक्तिधाम पर रखी 16 मृतकों की अस्थियों का विसर्जन गंगा नदी में होगा. प्रदेश सरकार की मंत्री और स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी गोविंद भार्गव को इसके निर्देश दिए हैं. जिसके मुताबिक नियमानुसार विज्ञप्ति निकालकर इन मृतकों की अस्थियों को विधि-विधान पूर्वक गंगा नदी में प्रवाहित किया जाए.
मुक्तिधाम में लॉकर व्यवस्था
वहीं, शिवपुरी के मुक्तिधाम में अस्थियों को रखने के लिए समाजसेवी संस्था ने लॉकर सुविधा की व्यवस्था की है. इनमें मृतकों की अस्थियां उनके परिजन रखते हैं और फिर यहां से ले जाकर वह उनका विधि विधान पूर्वक विसर्जन करते हैं लेकिन पिछले दो-तीन साल से 16 मृतकों की अस्थियां लॉकर में बंद पड़ी हैं. इनमें 70-80 कोरोना पॉजिटिव मृतकों की अस्थियां भी शामिल हैं. हालांकि उन पर मृतकों के नाम हैं लेकिन कोरोना कर्फ्यू के कारण परिजन लॉकर से अस्थियां नहीं ले जा सके हैं.
अंतिम संस्कार के बाद अपनों की अस्थियां लेने मुक्तिधाम नहीं पहुंच रहे परिजन
शिवपुरी पहुंची खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने मौके पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी गोविंद भार्गव को निर्देशित किया है कि वह आवश्यक औपचारिकता पूरी कर उन अस्थियों का विसर्जन कराएं. मुक्तिधाम के कर्मचारी लल्लू ने कहा कि कोरोना वायरस मृतकों की अस्थियां रखी गई हैं और अगर उनके परिजनों को विसर्जन में किसी तरह की दिक्कत है तो वह अस्थियां, नगर पालिका को विसर्जन के लिए दे सकते हैं.