ETV Bharat / state

विकलांग ऑटो रिक्शा चालक पर टैफिक पुलिस की दरियादिली, ये है पूरा मामला - Left tow driver

शिवपुरी में ट्रैफिक पुलिस ने नशे की हालत में ऑटो रिक्शा चलाते एक विकलांग को पकड़ा. जिसके बाद उसकी गरीबी को देखते हुए उसपर केवल 5 सौ रुपए का चालान कर छोड़ दिया.

विकलांग
author img

By

Published : Sep 18, 2019, 8:58 PM IST

शिवपुरी। ट्रैफिक पुलिस ने एक पैर से विकलांग ऑटो रिक्शा चालक को नशे की हालत में ऑटो चलाते पकड़ा. यह ऑटो चालक बीते दो सालों से शहर में एक पैर से रिक्शा चला रहा था. पुलिस ने उसकी गरीबी और काम करके सम्मान से जीने के जज्बे को देखते हुए उस पर महज 5 सौ रुपए का चालान कर छोड़ दिया.

टैफिक पुलिस की दरियादिली

नियम के अनुसार एक पैर से विकलांग व्यक्ति को ऑटो रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं है. ऐसे में पुलिस ने चालक और उसकी पत्नी से लिखवाकर लिया कि भविष्य में वो ऑटो नहीं चलाएगा, तब जाकर ऑटो चालक को छोड़ा गया.

शिवपुरी। ट्रैफिक पुलिस ने एक पैर से विकलांग ऑटो रिक्शा चालक को नशे की हालत में ऑटो चलाते पकड़ा. यह ऑटो चालक बीते दो सालों से शहर में एक पैर से रिक्शा चला रहा था. पुलिस ने उसकी गरीबी और काम करके सम्मान से जीने के जज्बे को देखते हुए उस पर महज 5 सौ रुपए का चालान कर छोड़ दिया.

टैफिक पुलिस की दरियादिली

नियम के अनुसार एक पैर से विकलांग व्यक्ति को ऑटो रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं है. ऐसे में पुलिस ने चालक और उसकी पत्नी से लिखवाकर लिया कि भविष्य में वो ऑटो नहीं चलाएगा, तब जाकर ऑटो चालक को छोड़ा गया.

Intro:स्लग -दिव्यांग
पुलिस की दरियादिली आई सामने
एंकर - पुलिस की छबि जनता के सामने क्या है ये बताने की जरूरत नही है लेकिन यदाकदा सह्रदय अधिकारियों की वजह से कुछ मामले दरियादिली ओर मानवता के भी देखने को मिलते है जिन्हें सराहा जाता है। ऐसा ही एक मामला यातायात थाने में सामने आया जिसमे एक पैर के दिव्यांग को ऑटो रिक्शा चलाते ओर नशे की हालत में सवारी ढोते पुलिस ने पकड़ा। Body:दरअसल मुकेश गुप्ता नाम का ये ऑटो चालक विगत दो साल से शहर में एक पैर से रिक्शा चला रहा था। पुलिस ने उसकी गरीबी और काम करके सम्मान से जीने के जज्बे को देखते हुए उस पर महज 5 सौ रु का चालान कर छोड़ दिया। पुलिस ने चालक ओर उसकी पत्नी से लिखवा कर लिया कि भविष्य में वो ऑटो नही चलाएगा। इस दरियादिली को लेकर आज यातायात थाना प्रभारी शहर में चर्चा का केंद्र बने हुए है। Conclusion:व्हीओ -दिव्यांग होने की वजह से मजबूर हूँ सहाब ने बहुत दया की ।
बाइट - मुकेश गुप्ता (दिव्यांग चालक)
व्हीओ -दिव्यांग होने की वजह से समझाइश दी ।
बाइट - रणवीर यादव (यातायात थाना प्रभारी)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.