शिवपुरी। जिले के ग्राम पंचायतों में गड़बड़झाले के आरोप लगते रहते हैं. ताजा मामला सरपंच ग्राम पंचायत बागरा साझोर का है. यहां की सरपंच मनीषा शर्मा ने जनसुनवाई में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. सरपंच ने कहा कि मेरी पंचायत में पदस्थ सचिव हरिशंकर परिहार हमेशा अपनी मनमानी करते हैं. विकास और निर्माण कार्य के भुगतान का बिल तैयार कराकर हस्ताक्षर करने और पैसा का आहरण कराने का दबाव बनाते है.
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि हरिशंकर ने गरीब विधवा महिलाओं के कूपन निरस्त करा दिए हैं, जिससे महिलाओं को राशन मिलना बंद हो गया है. अब वे भूख से मरने की स्थिति में आ गए हैं.
सरपंच ने सचिव पर आरोप लगाया कि उन्होने मनमानी का विरोध किया तो धमकियां दी गईं. सचिव अपनी पत्नी के पद की बात कहते हुए धमकी देते हैं. वो कहते हैं कि जिला पंचायत सदस्य हैं और बीजेपी नेता भी लिहाजा ठिकाने लगाने में ज्यादा देरी नहीं होगी. सरपंच ने कहा कि पंचायत सिरारी में सचिव रहने के दौरान 82 लाख के गबन मामले में सचिव हरिशंकर 3 वर्ष निलंबित रह चुके हैं. उनके चलते ग्राम की जनता काफी परेशान है.
इस तरह की समस्याओं से जनपद पंचायत, सरपंच और जनता ने कलेक्टर के समक्ष अपनी बात बता कर ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में मांग की गई है कि पंचायत से सचिव हरिशंकर परिहार के खिलाफ कार्रवाई हो और उन्हे तत्काल प्रभाव से पद से हटाया जाए.