शिवपुरी। देश में फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच 5 मई शुक्रवार को ये फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. युवाओं को ये फिल्म बेहद पसंद आ रही है. अब मध्यप्रदेश के बीजेपी नेताओं और हिंदूवादी संगठनों द्वारा इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की गई है. वहीं, हिंदूवादी संगठन संस्कृति बचाओ मंच ने फिल्म का विरोध करने वालों का मुकाबला करने की बात कही है.
मध्यप्रदेश में फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग: केरल में कॉलेज जाने वाली 4 लड़कियों पर बनी फिल्म 'द केरल स्टोरी' रिलीज से पहले ही विवादों में आ चुकी है. अब इस फिल्म को लेकर मध्यप्रदेश के बीजेपी नेताओं की अलग डिमांड है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य सुरेन्द्र शर्मा ने सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित फिल्म 'द केरल स्टोरी' को मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री करने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है.
भाजपा नेता ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र: सुरेन्द्र शर्मा ने पत्र में लिखा कि "सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित फिल्म 'द केरल स्टोरी' आज देशभर में प्रदर्शित हो रही है. इस फिल्म में केरल में ISIS के बढ़ते हुए जाल और उस जाल में लव जिहाद के माध्यम से हिंदू लड़कियों को फंसाने और आईएसआईएस में ले जाने तक की भयावह घटनाओं को दिखाया गया है." इस पत्र में सुरेन्द्र शर्मा ने सीएम शिवराज से निवेदन किया है कि "इस फिल्म को मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री किया जाए, ताकि अधिक से अधिक जनता केरल की कांग्रेस और वामपंथी सरकारों के मौन समर्थन से चल रहे लव जिहाद और ISIS की गतिविधियों को जान सकें. साथ ही देश के अंदर पनप रहे इस विषैले बीज को वृक्ष बनने से रोकने के लिए मुकाबला कर सकें."
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क्या है केरल स्टोरी की कहानी: अदा शर्मा स्टारर इस फिल्म ने दर्शकों के बीच काफी चर्चा बना रखी है, वहीं फिल्म के अगल-बगल काफी गहमागहमी भी बनी हुई है. फिल्म में फैक्ट्स को दिखाने के लिए दर्शकों का समर्थन मिला है, लेकिन साथ ही कुछ लोगों का इसे विरोध भी झेलना पड़ा है. ऐसे लोग भी हैं जो सोचते हैं कि यह समुदायों के बीच नफरत फैलाने के लिए बनाई गई एक फिल्म है. बता दें कि सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित फिल्म 4 महिलाओं की कहानी बताती है और कैसे केरल में नियमित कॉलेज की छात्रा होने से वे एक आतंकवादी संगठन का हिस्सा बन जाती हैं. फिल्म ने खुद को एक वास्तविक कहानी के रूप में चित्रित करने और झूठे दावे करने के लिए विवादों को जन्म दिया है कि केरल की हजारों महिलाओं को इस्लाम में परिवर्तित किया जा रहा है और ISIS में भर्ती किया जा रहा है. यह संघ परिवार के एजेंडे को बढ़ावा देने के आरोपों का सामना करती है.