शिवपुरी। पुलिस ने 6 महीने पहले हुए अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया है. 6 महीने पहले करंट लगने से हुई युवक की मौत का शक पिता पर इतना गहरा हो गया, कि इस शक के चलते पिता खुद एक हत्याकांड का आरोपी हो गए. जिस व्यक्ति पर हत्या करने का शक था, उस व्यक्ति को पिता ने अपने एक साथी के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया. वहीं पूरे घटनाक्रम को एक सड़क दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया गया था.
थाना प्रभारी को हुआ शक
होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा तहसील के शिवपुर थाना क्षेत्र स्थित आने वाले ग्राम कोठरा में डेठी मार्ग पर पुलिस को एक 65 वर्षीय बुजुर्ग का शव मिला था. जो सामान्यत देखने पर सड़क दुर्घटना का मामला नजर आ रहा था. लेकिन थाना प्रभारी शिवपुर सुनील घावरी ने इस घटनाक्रम का बारीकी से निरीक्षण किया. जिस पर उन्हें शक हुआ कि जितनी सामान्य घटनाक्रम ये नजर आ रही है, वह उतनी सामान्य नहीं है.
थाना प्रभारी ने अधिकारियों को दी जानकारी
थाना प्रभारी ने इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी. जिसके बाद एफएसएल टीम और डॉग स्काड घटना स्थल पर पहुंचे. शक और परिजनों के आरोप के आधार पर पुलिस ने दो लोगों से सख्ती से पूछताछ की, तो पूरे हत्याकांड का खुलासा हुआ. मामला छह महीने पहले हुई एक मौत से जुड़ा हुआ निकला. आरोपी देवी सिंह कीर के बेटे की छह महीने पहले करंट लगने से मौत हो गई थी. आरोपी को शक था कि उसके बेटे की मौत दुर्घटना नहीं है, बल्कि मौत का कारण मृतक नर्मदा प्रसाद है.
छह महीने से आरोपी का शक मृतक पर बढ़ता ही चला गया. जिसके बाद आरोपी देवी सिंह ने अपने साथी लक्ष्मीनारायण उर्फ बबलू मोटा हरिजन के साथ मिलकर नर्मदा प्रसाद कीर हत्या कर दी. 18 नवंबर को जब मृतक कोठरा से डेठी की ओर जा रहा था, तभी आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर पहले तो उसे सड़क पर रोका. जिसके बाद पत्थर से नर्मदा प्रसाद के सिर पर वार किया. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. आरोपी ने अपने साथी के साथ मिलकर मृतक की लाश को पुलिया पर लाकर इसे सड़क दुर्घटना बनाने का प्रयास किया.
पूछताछ में कबूला जुर्म
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म करना स्वीकार किया. आरोपियों के पास से घटना के समय पहने कपड़े जिनमें मृतक नर्मदा प्रसाद के खून के निशान वाले जब्त किए. चोट पहुंचाने में खून लगा पत्थर और घटना के समय इस्तेमाल की गई बाइक को जब्त कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.