शिवपुरी। जिले के देहात थाना क्षेत्र के तारकेश्वरी कॉलोनी की रहने वाली एक 60 साल की महिला की बीते दोपहर मौत हो गई. महिला के परिजनों ने इस बात की सूचना महिला के मायके वालों को रात 11 बजे दी. इसी बात से महिला के मायके वाले बिफर गए और आज सुबह महिला के मायके वालों ने ससुरालियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, दोनों परिवार के बीच बनती विवाद की स्थिति देख मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी. पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही है. वहीं दूसरे मामले में शिवपुरी में एक बुजुर्ग अपनी परेशान लेकर जनसुनवाई में पहुंचा, जहां उसकी समस्या का निराकरण कर दिया गया. एक तीसरे मामले में इंदौर में एक युवक ने गंभीर बिमारी से परेशान होकर सुसाइड कर लिया.
महिला के मायके वालों ने लगाया आरोप: शिवपुरी में हुई महिला की मौत के मामले में नरेंद्र बंसल ने बताया कि बड़े भाई की मौत 12 साल पहले हो चुकी है. कुछ वर्षों से भाभी की तबीयत खराब चल रही थी. उनका दिमागी संतुलन भी बिगड़ा हुआ था, इसका इलाज ग्वालियर में चल रहा था. बीते दोपहर उनकी मौत हो गई. भाभी के मायके वालों के आरोप निराधार हैं. महिला की मौत मंगलवार की दोपहर हो गई थी, इसके बावजूद परिजन घर में ही शव को रखे रहे. मामला बढ़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच की बात कही है.
जनसुवाई में बुजुर्ग की मांग हुई पूरी: शिवपुरी जिले के अनुविभाग के ग्राम सिकरावदा निवासी वचनू जाटव ट्राई साइकिल के लिए जनसुनवाई में पहुंचा था. दिव्यांग में अपनी स्थिति बताते हुए आवेदन दिया. उस समय कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी नागरिकों की समस्या सुन रहे थे. उन्होंने वचनू जाटव के आवेदन पर सामाजिक न्याय विभाग के उपसंचालक को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए. परिणाम यह हुआ कि तत्काल वचनू जाटव के आवेदन पर कार्रवाई हुई और वह खुशी-खुशी ट्राईसाइकिल पर बैठकर घर वापस लौटा.
इंदौर में युवक ने किया सुसाइड: तीसरा मामला इंदौर के एमआईजी थाना क्षेत्र का है. एमआईजी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक युवक ने गंभीर बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. बता दें पिछले दिनों युवक का गंभीर एक्सीडेंट हो गया था. इस दौरान परिजन उसे इलाज के लिए एमवाय हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां उसकी जांच पड़ताल की गई. जांच पड़ताल में डॉक्टरों ने परिजनों के साथ ही युवक को इस बात की जानकारी दी कि उसे एड्स जैसी गंभीर बीमारी ने जकड़ा हुआ है. इसके बाद वह डिप्रेशन में आ गया और अपने परिजनों को हर समय कहता था कि वह आत्महत्या कर लेगा. इसी दौरान उसने आत्महत्या कर ली.फिलहाल मृतक ने किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है. वहीं जांच अधिकारी शिव कुमार मिश्रा का कहना है कि पूरे ही मामले में परिजनों के बयानों के आधार पर जांच पड़ताल की जा रही है.