शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी में ऑनर किलिंग का सनसनीखेज मामला सामने आया है. घटना करैरा थाना इलाके के मछावली गांव की है, जहां एक युवक की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप युवक के ही ससुर व ससुरालवालों पर है. आरोपियों के परिवार की बेटी से दो साल पहले युवक ने लव मैरिज की थी, जिसकी कीमत उसे दो साल बाद अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. घटना के बाद से सभी आरोपी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है. वहीं इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है.(Shivpuri Honour Killing)
दो साल पहले की थी लव मैरिज: मछावली गांव के रहने वाले धीरू जाटव (23) ने करीब दो साल पहले गांव की ही रहने वाली युवती से घर से भाग कर लव मैरिज की थी. लव मैरिज से युवतू के परिजन नाराज थे और इसलिए धीरू अपनी पत्नी के साथ गुजरात के अहमदाबाद चला गया था. वहीं पर दो साल से वो अपनी पत्नी के साथ रह रहा था, दंपति की एक बेटी भी है. अब शादी के दो साल बाद जब दीपावली का त्यौहार पर धीरू अपने परिवार से मिलने गांव आया तो दो साल से गुस्से की आग में जल रहे पत्नी के पिता व परिजनों ने उसकी हत्या की साजिश रच उसे बेरहमी से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. (Shivpuri Crime News)
परिवार से मिलना चाहता था-पिता: धीरू के पिता ने बताया कि, "बेटा धीरू व बहू शादी के बाद से ही करीब बीते दो साल से अहमदाबाद में रह रहा था, उनकी एक बेटी भी है. अक्सर बच्चों से फोन पर मेरी बातचीत होती थी, धीरू अपनी पत्नी और बच्ची के साथ खुशी-खुशी जिंदगी बिता रहा था. दीपावली पर धीरू बीवी -बच्ची के साथ हमसे मिलने आया था. हमने बेटे से आने को मना भी किया था, लेकिन वो नहीं माना और कहने लगा अब तो दो साल हो गए हैं, सब भूल गए होंगे. लेकिन फिर भी हमने उसे गांव में घर आने से मना किया था, इसलिए वो पारागढ़ अमोलपाठा में हमारे एक रिश्तेदार के घर पर रुका हुआ था. हम सब वहीं पर उससे मिलने के लिए गए थे." (wife family members killed man by axe in MP)
इकलौता बेटा...फिर माता-पिता ने क्यों उतारा मौत के घाट, पुलिस ने किया अंधे कत्ल का पर्दाफाश
उधार के पैसे लेने गया और फिर नहीं लौटा: मृतक के पिता ने बताया कि, "धीरू ने अपने चचेरे भाई को पैसे उधार दिए थे, वो पैसे वापस लेने की बात कहकर घर से निकला था. चचेरे भाई ने ही उसे फोन कर पैसे लेने बुलाया था, हमारे रिश्तेदार के साथ धीरू बाइक से मछावली गांव पहुंचा, तभी धीरू की पत्नी के पिता और परिवारवालों ने उसे पकड़ लिया. किसी तरह रिश्तेदार तो छूटकर भाग आया, फिर उसने मुझे धीरू को पकड़ने के बारे में सूचना दी. जब मैं गांव पहुंचा तो देखा कि बहू का पिता बंदूक की बट से धीरू को मार रहा था, मैं आगे बढ़टा उससे पहले बहू के एक परिजन ओंकार ने धीरू की गर्दन पर कुल्हाड़ी मारी, जिससे उसकी मौत हो गई. मेरी आंखों के सामने मैंने अपने बेटे का कत्ल होते देखा, मैंने पुलिस को भी सूचना दी लेकिन जब तक पुलिस आई, तब तक सभी आरोपी फरार हो चुके थे." (Shivpuri man killed by axe)