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समर्थन मूल्य पर फसल बेचना किसानों को पड़ा भारी, 15 मई को बहन की शादी की परेशानी सता रही - समर्थन मूल्य पर फसल बेचना किसानों को पड़ा भारी

समर्थन मूल्य पर गेंहू बेचने से परेशान किसान ने अपने दर्द को बयां किया है. किसान ने कहा कि उसने 191 क्विंटल गेहूं की फसल वेयरहाउस पर समर्थन मूल्य पर बेच दी थी. जिसके भुगतान के लिए रसीदें भी दी गई थीं, लेकिन उस फसल का भुगतान नहीं किया गया.

shivpuri farmers suffered heavy selling crops
समर्थन मूल्य पर फसल बेचना किसानों को पड़ा भारी
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Published : May 10, 2022, 12:46 PM IST

शिवपुरी। कोलारस अनुविभाग के एक किसान परिवार को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचना भारी पड़ रहा है. किसान ने गेहूं समर्थन मूल्य पर बेच दिया, उसका भुगतान आज तक नहीं हो सका है. इसकी वजह से अब किसान परेशान हैं. रिजोदा के रहने वाले किसान प्रह्लाद राठौर की बहन की 15 मई को शादी है, जिसकी वजह से किसान और चिंतित है.

समर्थन मूल्य पर फसल बेचना किसानों को पड़ा भारी

मैंने अपने पिता बादल सिंह राठौर और छोटे भाई कृष्ण पाल सिंह राठौर की गेहूं की फसल समर्थन मूल्य पर मां केला देवी वेयरहाउस पर बेच दी थी. ये फसल मैंने 4 अप्रैल को वेयरहाउस पर जाकर डलवाई थी. मैंने 191 क्विंटल गेहूं की फसल वेयरहाउस पर समर्थन मूल्य पर बेच दी थी. जिसके भुगतान के लिए रसीदें भी दी गई थीं. फसल का भुगतान 4 से 5 दिन के अंदर करने की बात प्रबंधन द्वारा कही गई थी, लेकिन उस फसल का भुगतान नहीं किया गया. जब मैं भुगतान की बात करने वेयरहाउस पर गया तो मुझे खाते में आधार ना लिंक होने की बात कहकर टाल दिया गया. कुछ ही दिन में मैंने अपने भाई और अपने पिता का आधार कार्ड खाते में लिंक करा दिया, लेकिन आजतक उसका भुगतान नहीं हुआ. 15 मई को मेरे घर में बहन की शादी है, जिसकी व्यवस्था मिलने वाले फसल के पैसों से करनी है. इसके बावजूद भी मेरे फसल का भुगतान नहीं हो सका है. परिवार के सभी लोग भुगतान की आस लगाए बैठे हैं. भुगतान आने के बाद ही शादी की तैयारियां शुरू की जाएंगी इसी बात से मैं परेशान हूं.

-प्रह्लाद राठौर, किसान

खाक हो गए किसानों के अरमान, नरवाई की आग से 300 क्विंटल गेंहू की फसल राख

कई किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेंहू बेचा: समर्थन मूल्य पर फसल बेचने वाले दर्जनों किसान ऐसे हैं जिन्होंने अपनी फसल को समर्थन मूल्य पर बेच दिया था, जिसके बाद आज तक उनका भुगतान नहीं हो सका है. किसानों को भुगतान ना होने का कारण खाते से आधार लिंक ना होना बताया जा रहा है.

शिवपुरी। कोलारस अनुविभाग के एक किसान परिवार को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचना भारी पड़ रहा है. किसान ने गेहूं समर्थन मूल्य पर बेच दिया, उसका भुगतान आज तक नहीं हो सका है. इसकी वजह से अब किसान परेशान हैं. रिजोदा के रहने वाले किसान प्रह्लाद राठौर की बहन की 15 मई को शादी है, जिसकी वजह से किसान और चिंतित है.

समर्थन मूल्य पर फसल बेचना किसानों को पड़ा भारी

मैंने अपने पिता बादल सिंह राठौर और छोटे भाई कृष्ण पाल सिंह राठौर की गेहूं की फसल समर्थन मूल्य पर मां केला देवी वेयरहाउस पर बेच दी थी. ये फसल मैंने 4 अप्रैल को वेयरहाउस पर जाकर डलवाई थी. मैंने 191 क्विंटल गेहूं की फसल वेयरहाउस पर समर्थन मूल्य पर बेच दी थी. जिसके भुगतान के लिए रसीदें भी दी गई थीं. फसल का भुगतान 4 से 5 दिन के अंदर करने की बात प्रबंधन द्वारा कही गई थी, लेकिन उस फसल का भुगतान नहीं किया गया. जब मैं भुगतान की बात करने वेयरहाउस पर गया तो मुझे खाते में आधार ना लिंक होने की बात कहकर टाल दिया गया. कुछ ही दिन में मैंने अपने भाई और अपने पिता का आधार कार्ड खाते में लिंक करा दिया, लेकिन आजतक उसका भुगतान नहीं हुआ. 15 मई को मेरे घर में बहन की शादी है, जिसकी व्यवस्था मिलने वाले फसल के पैसों से करनी है. इसके बावजूद भी मेरे फसल का भुगतान नहीं हो सका है. परिवार के सभी लोग भुगतान की आस लगाए बैठे हैं. भुगतान आने के बाद ही शादी की तैयारियां शुरू की जाएंगी इसी बात से मैं परेशान हूं.

-प्रह्लाद राठौर, किसान

खाक हो गए किसानों के अरमान, नरवाई की आग से 300 क्विंटल गेंहू की फसल राख

कई किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेंहू बेचा: समर्थन मूल्य पर फसल बेचने वाले दर्जनों किसान ऐसे हैं जिन्होंने अपनी फसल को समर्थन मूल्य पर बेच दिया था, जिसके बाद आज तक उनका भुगतान नहीं हो सका है. किसानों को भुगतान ना होने का कारण खाते से आधार लिंक ना होना बताया जा रहा है.

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