शिवपुरी। पूर्व सैनिक बृजमोहन शर्मा जिला पंचायत सदस्य के चुनाव प्रचार की तैयारी कर रहे थे. वह पिछले 3 दिन से अपने घर से लापता थे. ब्रज मोहन शर्मा के भाई मुरारी लाल शर्मा का कहना है कि वह चंदेरी में रहते हैं और एक आवश्यक काम से भोपाल गए हुए थे. उसके बड़े भाई अक्सर चंदेरी भी आते रहते थे. मुरारी लाल ने बताया कि गाँव के एक पाल का फोन आया था कि बड़े भाई का कहीं पता नहीं चल रहा है. जब भाई की पड़ताल की तो उन्हें कोई सुराग नहीं मिला. घर पर पूछताछ की तो वह 1 जून से घर से लापता बताए गए.
कुएं में मिला रिटायर्ड सूबेदार का शव : इसके बाद बाद बीते रोज उन्होंने बामोर कला खाने में पहुंचकर बड़े भाई ब्रजमोहन शर्मा की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. एक्स आर्मी ऑफिसर के गायब होने की शिकायत के बाद बामोर कला थाना पुलिस छानबीन में जुटी हुई थी. बामौर कला थाना प्रभारी पुनीत वाजपेयी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एक अज्ञात लाश रिजोदि गांव के पास कांटा खौ के पास भैया साहब यादव के खेत मे बने एक कुएं पड़ी है.
पत्थर से बांधकर कुएं में फेंका : लाश की पहचान करने के लिए जब परिजनों को बुलाया गया तब हम लोगों को ज्ञात हुआ कि शव पूर्व सैनिक बृजमोहन शर्मा का है. पुलिस ने बताया कि मृतक को पत्थर से बांधकर कुएं में फेंक दिया गया. साथ ही मृतक के पैर को तौलिया से बांधा गया था. पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया.
कारगिल युद्ध में दिखा चुके हैं पराक्रम : मृतक बृजमोहन शर्मा के भाई मुरारी लाल शर्मा ने बताया कि वह 27 साल फौज में रहे. इस बीच उन्होंने कारगिल युद्ध में भी अपना पराक्रम दिखाया था. इसके बाद वह सूबेदार के पद से रिटायर होकर अपने गांव वापस आ गए. उनका रहन-सहन फौज के नियमों पर आधारित था. वह हर कार्य कायदे और कानून के साथ करते थे. मुरारी लाल शर्मा ने बताया कि उनका भाई बृजमोहन शर्मा पिछली बार भी सरपंच चुनाव पर लड़े थे, पर वह 17 वोट से हार गए थे. इस बार उन्होंने जिला पंचायत सदस्य के उम्मीदवार के तौर पर दावेदारी की थी. चुनावी रंजिश के चलते उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया. (Ruthless murder of a retired subedar from army) (Retired subedar dead body in well) (Retired subedar shown valor in Kargil war)