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फर्जी पट्टा कांड के फरार पटवारी ने कोर्ट में किया सरेंडर, ये है मामला

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Published : Nov 28, 2020, 4:38 AM IST

शिवपुरी में 250 हेक्टेयर सरकारी भूमि को पटवारियों, तहसील, एसडीएम ऑफिस और कलेक्ट्रेट की नकल शाखा में पदस्थ बाबूओं से मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने के मामले में करीब ढाई माह से फरार चल रहे निलंबित पटवारी देवेंद्र गौड़ ने शुक्रवार को पोहरी कोर्ट में सरेंडर कर दिया.

Suspended Patwari Devendra Gaur
निलंबित पटवारी देवेंद्र गौड़

शिवपुरी। जिले के पोहरी, बैराड़ और शिवपुरी इलाके में 250 हेक्टेयर सरकारी भूमि को पटवारियों, तहसील, एसडीएम ऑफिस और कलेक्ट्रेट की नकल शाखा में पदस्थ बाबूओं से मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने के मामले में करीब ढाई माह से फरार चल रहे निलंबित पटवारी देवेंद्र गौड़ ने शुक्रवार को पोहरी कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इससे पहले फर्जी पट्टा कांड के मास्टरमाइंड बिन्नू श्रीवास्तव ने भी पोहरी पुलिस थाने में सरेंडर कर दिया था. अभी इस मामले में आरोपी तहसील एसडीएम और कलेक्ट्रेट की नकल शाखा में पदस्थ चार बाबूओं की गिरफ्तारी होना बाकी है जो मामला दर्ज होने के बाद से फरार हैं.

ये है मामला

दरअसल, 16 सितंबर 2020 को आवेदक तोमर सिंह धाकड़ ने लिखित आवेदन पोहरी एसडीओपी के सामने पेश किया था, जिसमें जांच के दौरान सरकारी कागजों में हेराफेरी कर शासकीय जमीन की बंदर बांट का मामला पाया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल शिवपुरी एसपी राजेश सिंह ने, पोहरी एसडीओपी निरंजन सिंह राजपूत के नेतृत्व में 10 सदस्यीय एसआईटी गठित की थी. एसआईटी द्वारा आरोपी सोनू सिंह राठौर को हिरासत में लिया गया था, जिसने पूछताछ में मास्टरमाइंड बिन्नू उर्फ सत्यम श्रीवास्तव पोहरी तहसील में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 प्रीतम और कैलाश बाबू कलेक्ट्रेट कार्यालय के रिकॉर्ड शाखा में पदस्थ बाबू प्रताप पुरी और जीतू निलंबित पटवारी देवेंद्र गौड़ ने शासकीय दस्तावेजों में हेरफेर कर फर्जी पट्टे तैयार कर शासकीय जमीन को खुर्द बुर्द कर दिया था. जिसके बाद मामले में पुलिस ने शिवपुरी और बैराड़ में छापामार कर सोनू सिंह राठौर के कब्जे से फर्जी शासकीय दस्तावेज और फर्जी सीलें भी जब्त की थी.

शिवपुरी। जिले के पोहरी, बैराड़ और शिवपुरी इलाके में 250 हेक्टेयर सरकारी भूमि को पटवारियों, तहसील, एसडीएम ऑफिस और कलेक्ट्रेट की नकल शाखा में पदस्थ बाबूओं से मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने के मामले में करीब ढाई माह से फरार चल रहे निलंबित पटवारी देवेंद्र गौड़ ने शुक्रवार को पोहरी कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इससे पहले फर्जी पट्टा कांड के मास्टरमाइंड बिन्नू श्रीवास्तव ने भी पोहरी पुलिस थाने में सरेंडर कर दिया था. अभी इस मामले में आरोपी तहसील एसडीएम और कलेक्ट्रेट की नकल शाखा में पदस्थ चार बाबूओं की गिरफ्तारी होना बाकी है जो मामला दर्ज होने के बाद से फरार हैं.

ये है मामला

दरअसल, 16 सितंबर 2020 को आवेदक तोमर सिंह धाकड़ ने लिखित आवेदन पोहरी एसडीओपी के सामने पेश किया था, जिसमें जांच के दौरान सरकारी कागजों में हेराफेरी कर शासकीय जमीन की बंदर बांट का मामला पाया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल शिवपुरी एसपी राजेश सिंह ने, पोहरी एसडीओपी निरंजन सिंह राजपूत के नेतृत्व में 10 सदस्यीय एसआईटी गठित की थी. एसआईटी द्वारा आरोपी सोनू सिंह राठौर को हिरासत में लिया गया था, जिसने पूछताछ में मास्टरमाइंड बिन्नू उर्फ सत्यम श्रीवास्तव पोहरी तहसील में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 प्रीतम और कैलाश बाबू कलेक्ट्रेट कार्यालय के रिकॉर्ड शाखा में पदस्थ बाबू प्रताप पुरी और जीतू निलंबित पटवारी देवेंद्र गौड़ ने शासकीय दस्तावेजों में हेरफेर कर फर्जी पट्टे तैयार कर शासकीय जमीन को खुर्द बुर्द कर दिया था. जिसके बाद मामले में पुलिस ने शिवपुरी और बैराड़ में छापामार कर सोनू सिंह राठौर के कब्जे से फर्जी शासकीय दस्तावेज और फर्जी सीलें भी जब्त की थी.

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