शिवपुरी। ओबीसी महासभा ने ट्रांसजेंडर को ओबीसी में शामिल किए जाने का विरोध जताया है. ओबीसी महासभा ने अपना विरोध प्रकट करते हुए कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में मुख्यमंत्री से पिछड़ा वर्ग आयोग का नाम बदलकर हिजड़ा वर्ग आयोग करने की मांग की गई है. वहीं थर्ड जेंडर के लोगों का कहना है कि हमें अब पहचान मिल गई है, अब हमारे काम बड़ी आसानी से हो जाते हैं क्योंकि अब हम कह पाते हैं कि हम पिछड़े वर्ग के हैं. हमारा पेन कार्ड, आधार कार्ड, अन्य सरकारी काम होना आसान हो गया है, इसलिए हम काफी खुश हैं.
OBC महासभा में ने दिया तर्क: ओबीसी महासभा की युवा मोर्चा के प्रभारी रानू लोधी का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में थर्ड जेंडर को ओबीसी वर्ग में शामिल किया है, इससे ऐसा लग रहा है कि जैसे थर्ड जेंडर के लोग सिर्फ ओबीसी समाज में ही पैदा होते हैं. यही कारण है कि हमने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर मुख्यमंत्री से मांग की है कि पिछड़ा वर्ग आयोग का नाम बदल कर हिजड़ा वर्ग आयोग कर दिया जाए. बकौल रानू थर्ड जेंडर सामान्य, पिछड़ा, एससी-एसटी, मुस्लिम किसी भी वर्ग में पैदा हो सकते हैं. ऐसे में उनके लिए मुख्यमंत्री अलग से कोई वर्ग बना सकते थे, लेकिन पिछड़ा वर्ग आयोग में शामिल करने निर्णय उचित नहीं है, इसलिए थर्ड जेंडर को इस वर्ग से बाहर किया जाए.
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थर्ड जेंडर ने जताई खुशी: ओबीसी महासभा द्वारा किए जा रहे विरोध को लेकर थर्ड जेंडर की ममता मौसी का कहना है कि हम तो श्रीराम के युग से हैं और तब जहां थे आज भी वहीं हैं, ऐसे में हमारा विरोध करने से आपको क्या फायदा होगा. थर्ड जेंडर वैशाली के अनुसार जो लोग हमारा विरोध कर रहे हैं, वह यह क्यों नहीं समझते हैं कि हम भी तो इंसान हैं. वैशाली ने विरोध कर रहे लोगों से कहा है कि आप हमारी नजर से देखिए, जब ऊपर वाले ने फर्क नहीं किया तो आप फर्क क्यों कर रहे हो. हम लोग तो आपकी खुशियों में शामिल होकर खुश होते हैं. हमारी खुशी आपकी खुशी से जुड़ी हुई है, इसलिए हमारा विरोध न करें.