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श्योपुर में बेरोजगारी के चलते युवा कर रहे पलायन, सरकार नहीं दे रही ध्यान

सिवनी जिले और प्रदेश में रोजगार की सुविधा नही होने से पढ़े-लिखे युवा पलायन करने को मजबूर हैं. वहीं सरकार का इस ओर कोई ध्यान नही है.

Youth migrating from Sheopur
श्योपुर से पलायन कर रहे युवा
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Published : Dec 8, 2019, 11:25 AM IST

Updated : Dec 8, 2019, 2:21 PM IST

श्योपुर। जिले में रोजगार के साधनों के अभाव में आर्थिक तंगी झेल रहे हजारों लोग रोजगार की तलाश में श्योपुर से पलायन कर राजस्थान और गुजरात के लिए निकल रहे हैं. जिले के ग्रेजुएट युवा भारी संख्या मे रोजगार की तलाश में बाहर जाने को मजबूर हैं. शहर में कोई रोजगार नही होना और प्रदेश सरकार के रोजगार को लेकर किए वादे का अब तक पूरा नहीं होना इसका सबूत भी दे रहे हैं.

श्योपुर से पलायन कर रहे युवा

वहीं इसका असर हाल ही में होने वाले पंचायत चुनाव पर भी पड़ेगा, क्योंकि हजारों वोटर के कम होने से मतदान प्रतिशत भी कम होगा और जनप्रतिनिधियों का गणित भी निश्चित तौर पर बिगड़ेगा. इस पर पढ़े-लिखे युवाओं का कहना है कि यहां ना तो कोई कंपनी है ना कोई रोजगार है. सभी युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और कुछ लोग तो दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं. शासन के वादों की बात करें तो स्वरोजगार योजना भी खोखली नजर आती है.

जिले के हजारों लोगों के पलायन करने की जानकारी जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को भी है , लेकिन वो भी जिले में ही रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कोई भी काम नहीं करना चाहते हैं. इस बारे में कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल का कहना है कि उन्होनें कई बार सरकार के सामने मांगों को रखा है.

श्योपुर। जिले में रोजगार के साधनों के अभाव में आर्थिक तंगी झेल रहे हजारों लोग रोजगार की तलाश में श्योपुर से पलायन कर राजस्थान और गुजरात के लिए निकल रहे हैं. जिले के ग्रेजुएट युवा भारी संख्या मे रोजगार की तलाश में बाहर जाने को मजबूर हैं. शहर में कोई रोजगार नही होना और प्रदेश सरकार के रोजगार को लेकर किए वादे का अब तक पूरा नहीं होना इसका सबूत भी दे रहे हैं.

श्योपुर से पलायन कर रहे युवा

वहीं इसका असर हाल ही में होने वाले पंचायत चुनाव पर भी पड़ेगा, क्योंकि हजारों वोटर के कम होने से मतदान प्रतिशत भी कम होगा और जनप्रतिनिधियों का गणित भी निश्चित तौर पर बिगड़ेगा. इस पर पढ़े-लिखे युवाओं का कहना है कि यहां ना तो कोई कंपनी है ना कोई रोजगार है. सभी युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और कुछ लोग तो दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं. शासन के वादों की बात करें तो स्वरोजगार योजना भी खोखली नजर आती है.

जिले के हजारों लोगों के पलायन करने की जानकारी जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को भी है , लेकिन वो भी जिले में ही रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कोई भी काम नहीं करना चाहते हैं. इस बारे में कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल का कहना है कि उन्होनें कई बार सरकार के सामने मांगों को रखा है.

Intro:ऐंकर
श्योपुर, पंचायत चुनाव से पहले जिले के युवा पड़े लिखे बेरोजगार हजारों मतदाताओं का पलायन कर दूसरे राज्यों के लिए चले जाना चुनाव मैं मतदान के प्रतिशत पर बड़ा असर डाल सकता है साथ ही इस वर्ग के वोटर्स को अपने बही खाते में जोड़ने बाली प्रतिनिधियों का भी बनाया गणित बिगड़ता दिखाई दे रहा है देखिए यह रिपोर्ट.....


Body:वीओ-1
मामला श्योपुर जिले का हैं जहाँ बेरोजगार के साधनों के अभाव में आर्थिक तंगी झेल रहे हजारों लोग रोजगार की तलाश में श्योपुर से पलायन कर राजस्थान और गुजरात के लिए निकल रहे हैं जिन्हें आप भी इन तस्वीर में देख सकती हैं जिले के युवा ग्रेजुएट भारी संख्या मे बेरोजगार रोजगार की तलाश में बाहर जाने को मजबूर इसका असर हाल ही में होने वाले पंचायत चुनाव पर भी पड़ेगा क्योंकि हजारों वोटर के कम होने से मतदान प्रतिशत भी कम होगा और जनप्रतिनिधियों का गणित भी निश्चित तौर पर बिगड़ेगा। हैरत की बात यह है कि आजादी के बाद अभी तक कांग्रेश तो कभी बीजेपी की सरकार आई पर रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में किसी भी पार्टी ने आज तक कोई पहल नहीं की जिससे लोग परेशान हैं पढ़े-लिखे युवाओं का कहना है कि यहां ना तो कोई कंपनी है ना कोई रोजगार है सभी युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और कुछ लोग तो दूसरे राज्यों में जाकर पलायन कर रहे हैं शासन प्रशासन की बात करें तो स्वरोजगार योजना भी खोखली नजर आती है।

बाईट-अमन शर्मा ( युवा ग्रेजुएट बेरोजगार)
नीरज श्रीबाश (युवा ग्रेजुएट बेरोजगार)


Conclusion:वीओ-2
जिले की हजारों लोगों के पलायन करने की जानकारी जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को भी है लेकिन उन्हें जिले मैं ही रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कोई भी काम नहीं करना चाहते हैं इस बारे में जब कांग्रेस के विधायक बाबू जांडेल से बात की तो उन्होंने अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि मैंने सरकार से मांग की थी की इंजीनियरिंग कॉलेज और जिले में 4 लाइन में वे तो सरकार द्वारा मेरी मागो को रखते हू कुछ ही दिनो मे कार्य चालू हो जायेगा जिससे रोजगार कम होगा और मैं मानता हूं कि श्योपुर जिले में ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में बेरोजगार पढ़े लिखे युवा घूम रहे हैं सरकार को इस पर गौर करनी चाहिए। इस बार कई लोगों ने आवेदन किया है और हमारे द्वारा कंपनियों को बुलाया जाता है और रोजगार मेला लगाया जाता है जिसमें योग्यता के अनुसार चयन किया जाता है और कंपनियां युवाओं को रोजगार देने के लिए अपने साथ ले जाती हैं

बाईट-बाबू जन्डेल (बिधायक श्योपुर)
नीरज चिडार (रोजगार कार्यालय बाबू )

वीओ-3
रोजगार के लिए लोगों को अपना घर बार छोड़कर दूसरे राज्यों के लिए पलायन करना पड़ रहा है यह सिस्टम के लिए बेहद शर्मनाक बात है लेकिन ना सिस्टम के जनप्रतिनिधियों को शर्म आती है और ना ही जिम्मेदार अधिकारियों को जिस वजह से हर वर्ष की तरह आज भी लोग पलायन करने को मजबूर हैं अब चुनावों में इसका खामियाजा भी जनप्रतिनिधियों को बात ना पड़ सकता है पलायन के बारे में जिले के कलेक्टर से कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन उससे बात नहीं हो पाई.....

अमित शर्मा etv bharat श्योपुर
Last Updated : Dec 8, 2019, 2:21 PM IST
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