श्योपुर। जिले में रोजगार के साधनों के अभाव में आर्थिक तंगी झेल रहे हजारों लोग रोजगार की तलाश में श्योपुर से पलायन कर राजस्थान और गुजरात के लिए निकल रहे हैं. जिले के ग्रेजुएट युवा भारी संख्या मे रोजगार की तलाश में बाहर जाने को मजबूर हैं. शहर में कोई रोजगार नही होना और प्रदेश सरकार के रोजगार को लेकर किए वादे का अब तक पूरा नहीं होना इसका सबूत भी दे रहे हैं.
वहीं इसका असर हाल ही में होने वाले पंचायत चुनाव पर भी पड़ेगा, क्योंकि हजारों वोटर के कम होने से मतदान प्रतिशत भी कम होगा और जनप्रतिनिधियों का गणित भी निश्चित तौर पर बिगड़ेगा. इस पर पढ़े-लिखे युवाओं का कहना है कि यहां ना तो कोई कंपनी है ना कोई रोजगार है. सभी युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और कुछ लोग तो दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं. शासन के वादों की बात करें तो स्वरोजगार योजना भी खोखली नजर आती है.
जिले के हजारों लोगों के पलायन करने की जानकारी जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को भी है , लेकिन वो भी जिले में ही रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कोई भी काम नहीं करना चाहते हैं. इस बारे में कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल का कहना है कि उन्होनें कई बार सरकार के सामने मांगों को रखा है.