श्योपुर। क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में जो चूक (lapse in security of PM Modi in Punjab) हुई है, उसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार को लेनी चाहिए. इस चूक से यह प्रतीत होता है कि पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है, इसके लिए कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए.
पीएम की सुरक्षा में चूक, शाह ने पंजाब सरकार से रिपोर्ट मांगी, कहा- कांग्रेस पागलपन पर उतारू
पंजाब का हुआ नुकसान, गरिमा हुई धूमिल
आगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं, हमारा संघीय ढांचा है, इसलिए उनकी सुरक्षा में चूक किसी के भी द्वारा हो, यह बहुत ही निंदनीय है. कांग्रेस कोई भी विषय रहे, उसे हमेशा हानि-लाभ और राजनीति से जोड़कर देखती है, प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक में भी कांग्रेस की बदनीयति नजर आती है, जिसके लिए कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए. पीएम की सुरक्षा करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी थी, जो उसे निभानी चाहिए थी. राज्य सरकार की चूक के कारण के कारण यह परिस्थिति बनी है, इसलिए उसे कोई भी माफ नहीं करेगा. आज राज्य सरकार के कारण पंजाब का बड़ा नुकसान हुआ है और पंजाब की गरिमा भी धूमिल हुई है.
20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिरोजपुर में प्रस्तावित रैली में शामिल होने से पहले बठिंडा पहुंचे थे. प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था. सुरक्षा एजेंसियों ने बारिश और खराब विजिबिलिटी के चलते हेलीकॉप्टर से यात्रा नहीं करने की सलाह दी. पीएम ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया. जब मौसम ठीक नहीं हुआ तो उन्होंने सड़क मार्ग से हुसैनीवाला शहीद स्मारक जाने का फैसला किया.
बीच रास्ते से लौटा पीएम मोदी का काफिला
हुसैनीवाला राष्ट्रीय शहीद स्मारक (National Martyrs Memorial) जाते वक्त रोड पर चल रहे प्रदर्शन के कारण बठिंडा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला एक फ्लाई ओवर पर जाम में फंस गया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 मिनट तक जाम (PM Convoy stuck on flyover for 20 minutes in Ferozepur) में फंसे रहे. इस कारण प्रधानमंत्री को बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक माना है और पंजाब सरकार को दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.