श्योपुर। नए कृषि कानून को लेकर प्रदर्शन करने पर किसानों पर हुई एफआईआर के विरोध में किसानों ने ट्रैक्टर और बाईक से शहर भर में रैली निकाली. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच कहासुनी भी हुई. बाद में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों राज्यपाल के नाम डिप्टी कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन.
किसानों रैली की रुप में ट्रैक्टर से कलेक्ट्रेट की ओर जा रहे थे. उसी दौरान पुलिस ने वीर सावरकर स्टेडियम पर उन्हें रोक लिया. जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस अधिकारियों पर भड़क उठे और कहासुनी करते हुए पुलिस पर मनमानी करने का आरोप लगाया. बाद में पुलिस अधिकारियों द्वारा समझाइस दिए जाने के बाद किसान और कांग्रेस ट्रैक्टर को वीर सावरकर स्टेडियम पर खड़े करके कलेक्ट्रेट तक पैदल रैली निकाली. उसके बाद राज्यपाल के नाम डिप्टी कलेक्टर को और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल पूर्वी को एसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर किसानों पर हुई एफआईआर को वापस लेने की मांग की.
किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार के द्वारा जो काला कानून लागू किया गया है. उसे लेकर किसान 8 तारीख को जब भारत बंद के दौरान श्योपुर बंद कराया था, उस दौरान पुलिस के द्वारा 7 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. जिसे लेकर आज पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. किसानों पर हुई एफआईआर को वापस लेने की मांग की है. वहीं कांग्रेस विधायक बाबू जांडेल का कहना है कि आज जिले भर के किसानों द्वारा ट्रैक्टर और बाइक से रैली निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया.