श्योपुर। इन दिनों नकली दूध बनाने का कारोबार जोरों पर हैं. इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की टीम लगातार अपनी कार्रवाई कर रही है. टीम को जानकारी मिली थी कि विजयपुर तहसील के खाड़ी गांव में नकली दूध बनाने का कारोबार चल रहा है. इस पर खाद्य विभाग की टीम ने फैक्ट्री पर छापा मारा. कार्रवाई के दौरान टीम ने भारी मात्रा में यूरिया, चूना, पॉम औप रिफांइड ऑयल बरामद किया है. इतना ही इस मिलावटी दूध की सप्लाई विजयपुर और ग्वालियर के सांची प्लांटों में भी की जाती थी. पुलिस ने मिलावटखोरी के इस खेल के मास्टरमांइट समेत अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.
जंगल के बीच बनाया जा रहा था नकली दूध
विजयपुर एसडीएम त्रिलोचन की अगुवाई में जिला प्रशासन व खाद्य विभाग की टीम ने खाड़ी गांव के एक झोपड़ी में छापा मारा. जिसमें मौके से 500 लीटर से ज्यादा मिलावटी दूध बरामद किया गया है. कार्रवाई के दौरान मुख्य आरोपी हरिओम गुर्जर पहले तो भाग गया. लेकिन कुछ समय के बाद उसकी गिरफ्तारी हो गई. गांव जंगली इलाके में होने की वजह से आरोपी धड़ल्ले से नकली दूध बनाने का कारोबार कर रहा था.
हर रोज 5 हजार लीटर बनाते थे नकली दूध
बता दें ये गांव आरोपी का सुसुराल है. जहां वो अपने ससुर साधु गुर्जर आस-पास के गांव से दूध जमा करते थे. जिसके बाद इस दूध से क्रीम निकालकर इसमें पॉम ऑयल, चूना और कैमिकल मिलाया जाता था, ताकि दूध में फैट की मात्रा बढा़ई जा सके. इस फैक्ट्री में रोज करीब 5 हजार लीटर नकली दूध बनाया जाता था.
छापेमारी में क्या क्या मिला
- रिफाइंड व पॉम ऑयल के 10 भरे और 80 से ज्यादा खाली कनेस्टर.
- 50 किलो से ज्यादा यूरिया.
- 30 से ज्यादा चूने के छोटे पैकेट.
- क्रीम निकालने वाली मशीनें.
- गैस की भट्टियां, जिन पर पॉम ऑयल को गर्म करके दूध में मिलावट की जाती थी.
एसडीएम त्रिलोचन गौड़ ने बताया कि खाड़ी गांव से दूध में मिलावट की लगातार शिकायतें मिल रहीं थी. जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर ये कार्रवाई की गई. मौके से बरामद किए गई सामग्री को जब्त कर लिया गया है.