ETV Bharat / state

जंगल में चल रहा था नकली दूध बनाने का कारोबार, खाद्य विभाग की टीम ने मारा छापा - fake milk

श्योपुर जिले की विजयपुर तहसील खाड़ी गांव में नकली दूध बनाने वाली फैक्ट्री पर जिला प्रशासव व खाद्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की.

the-business-of-making-fake-milk-was-going-on-in-the-forest-in-sheopur
मिलावटखोरों पर कार्रवाई
author img

By

Published : Dec 5, 2019, 9:22 PM IST

श्योपुर। इन दिनों नकली दूध बनाने का कारोबार जोरों पर हैं. इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की टीम लगातार अपनी कार्रवाई कर रही है. टीम को जानकारी मिली थी कि विजयपुर तहसील के खाड़ी गांव में नकली दूध बनाने का कारोबार चल रहा है. इस पर खाद्य विभाग की टीम ने फैक्ट्री पर छापा मारा. कार्रवाई के दौरान टीम ने भारी मात्रा में यूरिया, चूना, पॉम औप रिफांइड ऑयल बरामद किया है. इतना ही इस मिलावटी दूध की सप्लाई विजयपुर और ग्वालियर के सांची प्लांटों में भी की जाती थी. पुलिस ने मिलावटखोरी के इस खेल के मास्टरमांइट समेत अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.

जंगल में चल रहा था नकली दूध बनाने का कारोबार

जंगल के बीच बनाया जा रहा था नकली दूध
विजयपुर एसडीएम त्रिलोचन की अगुवाई में जिला प्रशासन व खाद्य विभाग की टीम ने खाड़ी गांव के एक झोपड़ी में छापा मारा. जिसमें मौके से 500 लीटर से ज्यादा मिलावटी दूध बरामद किया गया है. कार्रवाई के दौरान मुख्य आरोपी हरिओम गुर्जर पहले तो भाग गया. लेकिन कुछ समय के बाद उसकी गिरफ्तारी हो गई. गांव जंगली इलाके में होने की वजह से आरोपी धड़ल्ले से नकली दूध बनाने का कारोबार कर रहा था.

हर रोज 5 हजार लीटर बनाते थे नकली दूध
बता दें ये गांव आरोपी का सुसुराल है. जहां वो अपने ससुर साधु गुर्जर आस-पास के गांव से दूध जमा करते थे. जिसके बाद इस दूध से क्रीम निकालकर इसमें पॉम ऑयल, चूना और कैमिकल मिलाया जाता था, ताकि दूध में फैट की मात्रा बढा़ई जा सके. इस फैक्ट्री में रोज करीब 5 हजार लीटर नकली दूध बनाया जाता था.

छापेमारी में क्या क्या मिला
- रिफाइंड व पॉम ऑयल के 10 भरे और 80 से ज्यादा खाली कनेस्टर.
- 50 किलो से ज्यादा यूरिया.
- 30 से ज्यादा चूने के छोटे पैकेट.
- क्रीम निकालने वाली मशीनें.
- गैस की भट्टियां, जिन पर पॉम ऑयल को गर्म करके दूध में मिलावट की जाती थी.

एसडीएम त्रिलोचन गौड़ ने बताया कि खाड़ी गांव से दूध में मिलावट की लगातार शिकायतें मिल रहीं थी. जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर ये कार्रवाई की गई. मौके से बरामद किए गई सामग्री को जब्त कर लिया गया है.

श्योपुर। इन दिनों नकली दूध बनाने का कारोबार जोरों पर हैं. इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की टीम लगातार अपनी कार्रवाई कर रही है. टीम को जानकारी मिली थी कि विजयपुर तहसील के खाड़ी गांव में नकली दूध बनाने का कारोबार चल रहा है. इस पर खाद्य विभाग की टीम ने फैक्ट्री पर छापा मारा. कार्रवाई के दौरान टीम ने भारी मात्रा में यूरिया, चूना, पॉम औप रिफांइड ऑयल बरामद किया है. इतना ही इस मिलावटी दूध की सप्लाई विजयपुर और ग्वालियर के सांची प्लांटों में भी की जाती थी. पुलिस ने मिलावटखोरी के इस खेल के मास्टरमांइट समेत अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.

जंगल में चल रहा था नकली दूध बनाने का कारोबार

जंगल के बीच बनाया जा रहा था नकली दूध
विजयपुर एसडीएम त्रिलोचन की अगुवाई में जिला प्रशासन व खाद्य विभाग की टीम ने खाड़ी गांव के एक झोपड़ी में छापा मारा. जिसमें मौके से 500 लीटर से ज्यादा मिलावटी दूध बरामद किया गया है. कार्रवाई के दौरान मुख्य आरोपी हरिओम गुर्जर पहले तो भाग गया. लेकिन कुछ समय के बाद उसकी गिरफ्तारी हो गई. गांव जंगली इलाके में होने की वजह से आरोपी धड़ल्ले से नकली दूध बनाने का कारोबार कर रहा था.

हर रोज 5 हजार लीटर बनाते थे नकली दूध
बता दें ये गांव आरोपी का सुसुराल है. जहां वो अपने ससुर साधु गुर्जर आस-पास के गांव से दूध जमा करते थे. जिसके बाद इस दूध से क्रीम निकालकर इसमें पॉम ऑयल, चूना और कैमिकल मिलाया जाता था, ताकि दूध में फैट की मात्रा बढा़ई जा सके. इस फैक्ट्री में रोज करीब 5 हजार लीटर नकली दूध बनाया जाता था.

छापेमारी में क्या क्या मिला
- रिफाइंड व पॉम ऑयल के 10 भरे और 80 से ज्यादा खाली कनेस्टर.
- 50 किलो से ज्यादा यूरिया.
- 30 से ज्यादा चूने के छोटे पैकेट.
- क्रीम निकालने वाली मशीनें.
- गैस की भट्टियां, जिन पर पॉम ऑयल को गर्म करके दूध में मिलावट की जाती थी.

एसडीएम त्रिलोचन गौड़ ने बताया कि खाड़ी गांव से दूध में मिलावट की लगातार शिकायतें मिल रहीं थी. जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर ये कार्रवाई की गई. मौके से बरामद किए गई सामग्री को जब्त कर लिया गया है.

Intro:Body:जंगल में यूरिया, चूना और रिफाइंड मिलाकर बनाते थे दूध, सांची को होता था सप्लाई


विजयपुर के खाड़ी गांव में पकड़ा नकली दूध का कारोबार, रोज बनता था 5000 लीटर मिलावटी दूध।
500 लीटर से ज्यादा मिलावटी दूध, दूध की क्रीम निकालने वाली मशीनें, दो मिनी टैंकर जब्त व दो आरोपी गिरफ्तार।

विजयपुर के जंगल में मिलावट का कारोबार करने वाले माफियाओं पर प्रशासन ने कार्रवाई की बुधवार को विजयपुर के जंगलों में बसे खाड़ी गांव में चल रहे मिलावटी दूध प्लांट पर छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई करने पहुंची टीम ने यूरिया, चूना, रिफाइंड व पॉम आयल से दूध बनता पकड़ा। चौकाने वाली बात यह है कि यह मिलावटी दूध विजयपुर और ग्वालियर में सांची के प्लांटों पर सप्लाई होता था। जंगल के बीच मिलावटी दूध का कारोबार बड़े स्तर पर चल रहा था इस मामले में पुलिस ने एक मास्टर माइण्ड सहित, एक एजेंट को भी दबोचा है।

विजयपुर एसडीएम त्रिलोचन गौड़, तहसीलदार अशोक गोबड़िया के साथ पुलिस टीम खाड़ी गांव में पहुची, जहां साधू गुर्जर के घर में मिलावटी दूध बनता पाया। झोंपड़ीनुमा घर में महिलाएं मिलावटी दूध बना रही थीं, लेकिन इसके मास्टर माइण्ड टीम के पहुंचने से पहले ही भाग गए। मौके से टीम ने 500 लीटर से ज्यादा मिलावटी दूध भी जब्त किया है। बाद में पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो मुरैना निवासी हरिओम गुर्जर प्रशासन की टीम के सामने हाजिर हुआ, जो मिलावटी दूध के कारोबार का मास्टर माइण्ड है।

रोज बनता था 5000 लीटर से ज्यादा दूध
जंगल के बीच खाड़ी गांव में हर रोज 5000 लीटर से ज्यादा मिलावटी दूध बनता था, जिसकी सप्लाई के लिए दो मिनी टेंकर थे, जिन्हें प्रशासन की टीम ने जब्त कर लिया है। इन गाड़ियों से मिलावटी दूध को विजयपुर स्थित सांची के चिलर प्लांट के अलावा ग्वालियर तक सप्लाई किया जाता था।
क्रीम निकालकर मिलावट से बढ़ाते थे फेट
बताया गया है कि मुरैना निवासी हरिओम गुर्जर की खाड़ी गांव में ससुराल है और अपने ससुर साधू गुर्जर के घर में वह मिलावटी दूध का कारोबार कर रहा था। वह आसपास के गांवों से दूध खरीदकर उसे खाड़ी गांव में इकट्ठा करता था। पहले क्रीम निकालने वाली मशीनों से दूध की क्रीम निकाली जाती थी। बिना क्रीम के (फट्टे के दूध) दूध में फेट बढ़ाने के लिए उसमें रिफाइण्ड या पॉम आयल के अलावा चूना एवं यूरिया मिलाया जाता था, जिससे दूध की चिकनाहट व फेट तो बढ़ता ही था साथ ही दूध लंबे समय तक खराब नहीं होता था। लेकिन यह मिलावटी दूध सेहत के लिए जहर से कम नहीं है।

क्या क्या मिला
- रिफाइण्ड व पॉम ऑयल के 10 भरे और 80 से ज्यादा खाली कनस्तर।
- आधा बोरा यूरिया।
- 30 से ज्यादा चूने के छोटे पैकेट।
- क्रीम निकालने वाली मशीनें।
- गैस और भटियां जिनसे पॉम ऑयल को गर्म करके दूध में मिलावट की जाती थी।

बाईट.01-त्रिलोचन गौड़ (एसडीएम विजयपुर)

पीयूष शिवहरे विजयपुर जिला श्योपुरConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.