श्योपुर। परिवार परामर्श केंद्र के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा समझाइश दिए जाने के बाद भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी के बेटे और बहू के बीच समझौता हो गया. मंगलवार को विधायक की बहू कृष्णा आदिवासी ने महिला पुलिस थाने से अपनी शिकायत वापस ले ली और खुशी-खुशी अपने पति के साथ ससुराल वापस लौट गई. विधायक की पुत्रवधु ने परिवार के कई लोगों के खिलाफ दहेज की शिकायत दर्ज कराई थी.
दहेज प्रताड़ना का लगाया था आरोप: शनिवार को विजयपुर के भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी के बेटे की पत्नी कृष्णा आदिवासी ने अपने वकीलों के साथ महिला पुलिस थाने पहुंचकर अपनी सास, पति और देवरानी सहित अन्य लोगों के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने मारपीट करने, घर से निकालने और पति पर दूसरी शादी करने का आरोप लगाकर मामले की शिकायत की गई थी. लेकिन, समझाइश के बाद मंगलवार को विधायक के बेटे धनराज आदिवासी की पत्नी ने अपनी शिकायत वापस ले ली और थाने में अपने पति को माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर उसके साथ खुशी-खुशी ससुराल लौट गई.
परिवार परामर्श केंद्र में हुई सुलह: विधायक की पुत्रवधु कृष्णा का कहना है कि उसके पति दूसरी शादी कर रहे थे, इस वजह से उसे बहुत बुरा लगा था. उसने लव मैरिज की है, इसके बावजूद वह दूसरी शादी कर रहे थे, इसलिए मैं नाराज हुई थी. अब दूसरी शादी करने से मना करके मुझे खुशी-खुशी अपने साथ रखने के लिए वादा किया है, इसलिए मैंने शिकायत वापस ली है. महिला सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी बघेल का कहना है कि शिकायत पर परिवार परामर्श केंद्र में दोनों को समझाया गया, दोनों साथ-साथ रहने को राजी हो गए हैं.