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पोलिंग बूथ से मतदानकर्मियों ने वापस नहीं लाए कई महत्वपूर्ण सामान, अफसरों की उड़ी नींद

श्योपुर में मतदानकर्मी ईवीएम,वीवीपैट मशीन ही सिर्फ वापस लेकर बस में बैठ गए, जबकि बाकी दूसरे महत्वपूर्ण सामान मतदान केंद्र पर ही छोड़ आये.

मतदानकर्मी भूले महत्वपूर्ण दस्तावेज
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Published : May 14, 2019, 1:48 PM IST

श्योपुर। जिले की विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के सहसराम गांव के पोलिंग बूथ ने श्योपुर प्रत्याशी से लेकर भोपाल तक के अफसरों की नींद उड़ा दी है. दरअसल पोलिंग बूथ पर मतदानकर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां मतदान के बाद मतदानकर्मी पोलिंग बूथ से पूरा सामान समेटकर वापास लाना ही भूल गये.

मतदानकर्मी भूले महत्वपूर्ण दस्तावेज

मतदानकर्मी ईवीएम,वीवीपैट मशीन ही सिर्फ वापस लेकर बस में बैठ गए, जबकि बाकी दूसरे महत्वपूर्ण सामान मतदान केंद्र पर ही छोड़ आये. खास बात ये है कि जब रात में दस्तावेज पोलिंग बूथ से लाने के लिये मतदानकर्मियों को सहसराम भेजा गया, तो वहां से दस्तावेज चोरी हो चुके थे. जिसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. आनन-फानन में इसकी सूचना सामान्य प्रेक्षक से लेकर भोपाल निर्वाचन तक के अफसरों को दी गई है.

बताया जा रहा है कि सभी प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी और नेताओं को भी इस घटना की जानकारी दी गई है. जिसके बाद सबकी सहमति मिलने पर पंचनामा बनाया गया. अफसरों का दावा है कि इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है, लेकिन गसवानी थाना प्रभारी केएस तोमर ने बताया कि सोमवार की शाम ऐसे किसी मामले में एफआईआर करना तो दूर, किसी प्रकार का आवेदन या पत्र भी हमें नहीं मिला.


डायरी और लेखापत्र पोलिंग बूथ से गायब
निर्वाचन से जुड़े अफसरों के मुताबिक ईवीएम से मतदान के बाद भी पीठासीन अधिकारी की डायरी और मत लेखापत्र का बहुत महत्व होता है. पीठासीन की डायरी में मतदान का पूरा ब्योरा रहता है, जिसमें मतदान से पहले मॉकपोल कितने बजे हुए, मतदान कितने बजे शुरू हुआ और कितने बजे तक चला, इन सबका विवरण होता है. इसके अलावा मत लेखापत्र में वोटों की पूरी जानकारी होती है. जब ईवीएम खोलकर वोटों की गिनती होती है, तब मत लेखापत्र से भी मिलान किया जाता है.

श्योपुर। जिले की विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के सहसराम गांव के पोलिंग बूथ ने श्योपुर प्रत्याशी से लेकर भोपाल तक के अफसरों की नींद उड़ा दी है. दरअसल पोलिंग बूथ पर मतदानकर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां मतदान के बाद मतदानकर्मी पोलिंग बूथ से पूरा सामान समेटकर वापास लाना ही भूल गये.

मतदानकर्मी भूले महत्वपूर्ण दस्तावेज

मतदानकर्मी ईवीएम,वीवीपैट मशीन ही सिर्फ वापस लेकर बस में बैठ गए, जबकि बाकी दूसरे महत्वपूर्ण सामान मतदान केंद्र पर ही छोड़ आये. खास बात ये है कि जब रात में दस्तावेज पोलिंग बूथ से लाने के लिये मतदानकर्मियों को सहसराम भेजा गया, तो वहां से दस्तावेज चोरी हो चुके थे. जिसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. आनन-फानन में इसकी सूचना सामान्य प्रेक्षक से लेकर भोपाल निर्वाचन तक के अफसरों को दी गई है.

बताया जा रहा है कि सभी प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी और नेताओं को भी इस घटना की जानकारी दी गई है. जिसके बाद सबकी सहमति मिलने पर पंचनामा बनाया गया. अफसरों का दावा है कि इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है, लेकिन गसवानी थाना प्रभारी केएस तोमर ने बताया कि सोमवार की शाम ऐसे किसी मामले में एफआईआर करना तो दूर, किसी प्रकार का आवेदन या पत्र भी हमें नहीं मिला.


डायरी और लेखापत्र पोलिंग बूथ से गायब
निर्वाचन से जुड़े अफसरों के मुताबिक ईवीएम से मतदान के बाद भी पीठासीन अधिकारी की डायरी और मत लेखापत्र का बहुत महत्व होता है. पीठासीन की डायरी में मतदान का पूरा ब्योरा रहता है, जिसमें मतदान से पहले मॉकपोल कितने बजे हुए, मतदान कितने बजे शुरू हुआ और कितने बजे तक चला, इन सबका विवरण होता है. इसके अलावा मत लेखापत्र में वोटों की पूरी जानकारी होती है. जब ईवीएम खोलकर वोटों की गिनती होती है, तब मत लेखापत्र से भी मिलान किया जाता है.

Intro:Body:मतदान के बाद कर्मचारी पोलिंग बूथ से पूरा सामान समेटकर वापस लाना भूल गए। जो सामान मतदान कराने दिया उसमें से सिर्फ ईवीएम, वीवीपैट ही वापस आया, अन्य सामान मतदान केंद्र से गायब हो गया। यह मामला विजयपुर विधानसभा के सहसराम गांव के पोलिंग बूथ का है, जिसे लेकर विजयपुर से लेकर श्योपुर तक के अफसर परेशान हैं। आनन-फानन में इसकी सूचना प्रमुख दलों के प्रत्याशियों से लेकर भोपाल तक के अफसरों को दी गई।

 
दरअसल मतदान कराने के लिए तैनात की गई टीम के साथ मतदान सामग्री भी दी जाती है। इसमें पीठासीन अधिकारी की डायरी, मतपत्र लेखा से लेकर, सील, चपरी, मोमबत्ती, आलपिन, घोषणा दस्तावेज, वीवीपैट की बैट्री आदि सामान होता है। मतदान के लिए दिया गया सामान वापस करना होता है, लेकिन सहसराम बूथ पर जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, वह रविवार शाम 06ः30 बजे के करीब मतदान खत्म कराने के बाद इतनी जल्दबाजी में थे, कि सिर्फ ईवीएम, बीबीपैट के सेट को पेक कर बस में बैठ गए। बाकी के महत्वपूर्ण दस्तावेज पोलिंग बूथ पर ही रह गए। बताया गया है कि, जो दस्तावेज पोलिंग बूथ पर रह गए उन्हें लेने के लिए रात में ही मतदानकर्मियों को सहसराम भेजा गया, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला। इसके बाद अफसरों में हडकंप मच गया। तत्काल इसकी सूचना सामान्य प्रेक्षक से लेकर भोपाल निर्वाचन तक के अफसरों को दी गई। सभी प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी व नेताओं को भी इस घटना की जानकारी दी गई, बाद में सबकी सहमति मिलने पर पंचनामा बनाया गया। अफसरों का दावा है कि, इस मामले में एफआईआर भी कराई गई है, लेकिन गसवानी थाना प्रभारी केएस तोमर ने बताया कि सोमवार की शाम ऐसे किसी मामले में एफआईआर करना तो दूर, किसी प्रकार का आवेदन या पत्र भी हमें नहीं मिला
डायरी व लेखापत्र हैं बहुत महत्वपूर्ण
निर्वाचन से जुड़े अफसरों के अनुसार ईवीएम से मतदान के बाद भी पीठासीन अधिकारी की डायरी और मत लेखापत्र का बहुत महत्व होता है। पीठासीन की डायरी में मतदान का पूरा ब्यौरा रहता है जिसमें, मतदान से पहले मॉकपोल कितने बजे हुए। मतदान कितने बजे शुरू हुआ और कितने बजे तक चला। इसके अलावा मत लेखापत्र में वोटों की पूरी जानकारी होती है। जब ईवीएम खुलकर वोटों की गिनती होती है तब मत लेखापत्र से भी मिलान किया जाता है

पीयूष शिवहरे विजयपुर जिला श्योपुरConclusion:मतदान के बाद कर्मचारी पोलिंग बूथ से पूरा सामान समेटकर वापस लाना भूल गए। जो सामान मतदान कराने दिया उसमें से सिर्फ ईवीएम, वीवीपैट ही वापस आया, अन्य सामान मतदान केंद्र से गायब हो गया। यह मामला विजयपुर विधानसभा के सहसराम गांव के पोलिंग बूथ का है, जिसे लेकर विजयपुर से लेकर श्योपुर तक के अफसर परेशान हैं। 
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