श्योपुर। जिले के नागदा साइलों केंद्र में एसएमएस में दी गई तारीख के अनुसार ही किसान नागदा और सलमानया साइलो केंद्र पर फसल बेचने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन खरीदी धीमी गति से खरीदी होने के कारण 15 सौ से अधिक ट्रॉलियों की लंबी कतार लगी हैं.
ऐसे में किसानों को एक-एक सप्ताह तक इंतजार करने के बाद अनाज बेचने का मौका मिल पा रहा है. मामले को लेकर राष्ट्रीय किसान संगठन ने गुरुवार को सीएम के नाम जिला प्रशासन को आवेदन देकर सुधार किए जाने की मांग की.
किराए पर लेकर आ रहे ट्रैक्टरों पर दो से ढाई हजार रुपये हर दिन के हिसाब से देना पड़ता है और इतना किराया देने के बाद भी तीखी धूप में 6-7 दिन इंतजार करना पड़ रहा है.
उसके बाद कहीं जाकर किसानों का नंबर आ पा रहा है. खरीदी केंद्रों पर किसानों के लिए खाने-पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है. जिससे किसानों को परेशानी हो रही है. ऐसे में ये किसान जैसे तैसे अपने आप को धूप से बचा रहे है. लेकिन शासन-प्रशासन इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
किसान संगठन का आरोप है कि जिस तरीके से साइलो केंद्रों पर किसानों को टारगेट दिया जा रहा है कि 96 घंटे से अधिक समय के बाद ट्रॉली नहीं ली जाएगी तो यह बिल्कुल सही नहीं है. क्योंकि SMS एक दिन में अधिक संख्या में भेजे जा रहे हैं.
जिसके कारण किसान 7 से 8 दिन में जाकर के अपनी फसल तुला पा रहे हैं. किसान संगठन के जिला अध्यक्ष मूलचंद मीणा का कहना है कि इस ओर कोई ध्यान नहीं देता है तो किसान संगठन आगे भी प्रदर्शन करने की सोच सकता है.