श्योपुर। जलीय जीवों के संरक्षण के लिए संरक्षित की गई चंबल नदी से रेत का अवैध उत्खनन (mining in chambal river sheopur) रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इससे जलीय जीवों पर भारी खतरा मंडरा रहा है. गुरुवार सुबह चंबल नदी में हो रहे अवैध उत्खनन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें रेत माफियाओं के एक सैकड़ा से ज्यादा ट्रैक्टर ट्रॉली और जेसीबी मशीनें बेखौफ होकर नदी से रेत का अवैध उत्खनन करती हुई दिखाई (Illegal Mining in Sheopur) दे रही हैं.
जलीय जीवों के संरक्षण के लिए है चंबल नदी
वायरल वीडियो जिले के बरोठा और काऊपूरा घाटों के बताए जा रहे हैं. वीडियो वायरल करने वाले ग्रामीण राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण विभाग के घाट प्रभारियों पर रिश्वत लेकर खनन कराने का आरोप लगा रहे हैं. जिले में रेत की एक भी वैध खदान नहीं है. जिले की सीमा से होकर गुजर रही चंबल नदी जलीय जीवों (aquatic organisms conservation in chambal river sheopur) के संरक्षण के लिए संरक्षित नदी है. इससे किसी भी तरह का अवैध उत्खनन किया जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है.
दिनदहाड़े रेत माफिया कर रहे खनन
देखा जा रहा है कि नदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाने वाले राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण विभाग के अधिकारी रेत माफियाओं (sand mafia in sheopur) पर शिकंजा कसने की वजह उन्हें रेत उत्खनन करने की खुली छूट दिए हुए हैं. इससे दिनदहाड़े रेत माफिया चंबल से रेत का उत्खनन करने में जुटे हैं. इन हालातों में नदी में जलीय जीव सुरक्षित नहीं है.
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खास बात यह है कि, चंबल नदी से रेत के अवैध खनन की शिकायतें विभाग के आला अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन और पुलिस महकमे के अफसरों से भी समाजसेवियों के द्वारा कई बार की जा चुकी है, लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी रेत माफिया पर अंकुश लगाने को तैयार नहीं है.