श्योपुर| तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से जिले के खरीदी केंद्रों पर फसल बेचने के लिए खड़े किसानों का गेहूं भीग गया. अब किसान भीगे हुए गेहूं को बेचने के लिए चिंतित हैं. जिले की सोसायटी सहित अन्य गेहूं खरीदी केंद्रों पर प्रशासन के द्वारा किसानों की फसल को भीगने से बचाने के लिए किसी भी तरह के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. ऐसे में बारिश की वजह से लाइन में खड़े किसानों का गेहूं भीग गया. वहीं ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर लाइन में खड़े किसानों को बारिश से बचने के लिए ट्रॉलियों के नीचे बैठना पड़ा. फसल भीग जाने के बाद किसान अपनी फसल को बेचने के लिए चिंतित हैं, क्योंकि जरा सी भी मिट्टी या नमी वाली फसल को प्रशासन रिजेक्ट कर देता है.
किसानों का कहना है कि धीमी गति से फसल खरीदी होने की वजह से वे लोग तीन-तीन दिनों से लाइन में खड़े होकर ट्रैक्टर-ट्रॉली का भाड़ा देने को मजबूर हैं. भाड़ा ना लगे इसके लिए कई किसानों ने अपने गेहूं के ढेर लगवाए थे, तो उनका गेहूं भीगकर बर्बाद हो गया है. अब देखना ये है कि प्रशासन इस पर क्या एक्शन लेगा.