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MP Kuno National Park: चीतों को रास आया कूनो का जंगल, 6 दिन में चीतल का किया दूसरा शिकार

Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में छोड़े गए दोनों चीते अब पूरी तरह अपनी लय में नजर आ रहे हैं. बड़े बाड़े में छोड़े गए 2 चीतों ने एक और चीतल का शिकार कर लिया है. इस तरह 6 दिन में चीतों ने दूसरा शिकार किया है. दोनों चीतों के व्यवहार से कूनो प्रबंधन सहित भोपाल और दिल्ली तक के विशेषज्ञ उत्साहित हैं. अभी जो छोटे बाड़ों में क्वॉरंटीन हैं उनके लिए चीता टास्क फोर्स (Cheetah Task Force) मंथन कर रही है.

MP Kuno National Park cheetahs
नामीबियाई चीतों ने किया दूसरा शिकार
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Published : Nov 11, 2022, 4:29 PM IST

श्योपुर। एमपी के कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में छोड़े गए दो नामीबियाई चीतों (Namibian Cheetah) ने गुरुवार को एक और चीतल का शिकार (chital hunt) कर लिया है. बीते 6 दिनों में चीतों ने दूसरा शिकार किया है. इन दोनों चीतों के व्यवहार ने उन 6 चीतों के लिए भी बड़े बाड़े में आने की राह आसान कर दी है. जो अभी छोटे बाड़ों में क्वारंटीन हैं. उन्हें छोड़ने के लिए चीता टास्क फोर्स (Cheetah Task Force) मंथन कर रही है. इन दोनों चीतों की प्रगति रिपोर्ट के आधार पर ही 6 चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने के संबंध में निर्णय होगा.

चीतल को बनाया शिकार: नेशनल पार्क के अधिकारियों की मानें तो पांच नवंबर को बड़े बाड़े में छोड़े जाने के बाद दोनों चीतों ने 7 नवंबर की सुबह पहला शिकार किया था. (mp kuno National Park cheetah) अब 10 नवंबर की रात को एक और चीतल को शिकार बनाया. इसकी जानकारी विशेषज्ञों की टीम को मॉनिटरिंग के लिए बाड़े में जाने पर मिली. अधिकारियों के मुताबिक, प्रोजेक्ट के नजरिए से यह सुखद खबर है. पहले शिकार के बाद चीतों ने दूसरा शिकार भी सही समय पर किया है. चीतों को तीसरे दिन खाने में ट्रीट दी जा रही थी. इसलिए इन्हें तीसरे दिन ही भूख लग रही थी. गुरुवार को इनके शिकार का तीसरा दिन हो रहा था और इसी दौरान चीतों ने शिकार कर लिया. इससे शिकार में परिपक्व होने और जरूरत पड़ने पर शिकार करने में सक्षम रहने की बात साफ हो गई है.

चीतों को रास आया जंगल: बड़े बाड़े में छोड़े गए दोनों चीते ना केवल शिकार कर चुके हैं बल्कि स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं. इनकी निगरानी करने के लिए विशेषज्ञों की चार सदस्यीय टीम सुबह-शाम बाड़े में पहुंचती है. खास बात यह है कि टीम में एक सदस्य हाथ में रेडियो कॉलर का एंटीना लेकर जा रहा है, ताकि बाड़े में चीतों की लोकेशन ट्रेस की जा सके. तीन दिन की मॉनिटरिंग और अध्ययन में पाया गया है कि, बड़े बाड़े में दोनों चीतों का व्यवहार बेहतर है. उन्हें कूनो का जंगल रास आ गया है. दोनों चीतों के बेहतर व्यवहार से कूनो प्रबंधन सहित भोपाल और दिल्ली तक के विशेषज्ञ व अफसर उत्साहित हैं.

Cheetahs First Hunt बड़े बाड़े में छोड़े जाने के 24 घंटे के भीतर चीतों ने किया पहला शिकार, चीतल को बनाया आहार, पार्क प्रबंधन खुश

चरणबद्ध तरीके से छोड़े जाएंगे बाकी चीते: सीसीएफ उत्तमशर्मा ने बताया कि दो चीतों को शनिवार को 98 हेक्टेयर में फैले बड़े बाड़े में छोड़ा गया था. बाकी छह और चीतों को चरणबद्ध तरीके से बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि भारत में चीतों को पुन: बसाने की परियोजना के तहत 17 सितंबर को नामीबिया से आठ चीतों को लाया गया था, जिनमें से दो चीतों को शनिवार को बड़े बाड़े में छोड़ा गया। इन्हीं दो चीतों ने यहां पहली बार शिकार किया.चीतों के सफलतापूर्वक अपना पहला शिकार करने से पार्क प्रबंधन की चिंताएं दूर हो गई हैं.

श्योपुर। एमपी के कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में छोड़े गए दो नामीबियाई चीतों (Namibian Cheetah) ने गुरुवार को एक और चीतल का शिकार (chital hunt) कर लिया है. बीते 6 दिनों में चीतों ने दूसरा शिकार किया है. इन दोनों चीतों के व्यवहार ने उन 6 चीतों के लिए भी बड़े बाड़े में आने की राह आसान कर दी है. जो अभी छोटे बाड़ों में क्वारंटीन हैं. उन्हें छोड़ने के लिए चीता टास्क फोर्स (Cheetah Task Force) मंथन कर रही है. इन दोनों चीतों की प्रगति रिपोर्ट के आधार पर ही 6 चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने के संबंध में निर्णय होगा.

चीतल को बनाया शिकार: नेशनल पार्क के अधिकारियों की मानें तो पांच नवंबर को बड़े बाड़े में छोड़े जाने के बाद दोनों चीतों ने 7 नवंबर की सुबह पहला शिकार किया था. (mp kuno National Park cheetah) अब 10 नवंबर की रात को एक और चीतल को शिकार बनाया. इसकी जानकारी विशेषज्ञों की टीम को मॉनिटरिंग के लिए बाड़े में जाने पर मिली. अधिकारियों के मुताबिक, प्रोजेक्ट के नजरिए से यह सुखद खबर है. पहले शिकार के बाद चीतों ने दूसरा शिकार भी सही समय पर किया है. चीतों को तीसरे दिन खाने में ट्रीट दी जा रही थी. इसलिए इन्हें तीसरे दिन ही भूख लग रही थी. गुरुवार को इनके शिकार का तीसरा दिन हो रहा था और इसी दौरान चीतों ने शिकार कर लिया. इससे शिकार में परिपक्व होने और जरूरत पड़ने पर शिकार करने में सक्षम रहने की बात साफ हो गई है.

चीतों को रास आया जंगल: बड़े बाड़े में छोड़े गए दोनों चीते ना केवल शिकार कर चुके हैं बल्कि स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं. इनकी निगरानी करने के लिए विशेषज्ञों की चार सदस्यीय टीम सुबह-शाम बाड़े में पहुंचती है. खास बात यह है कि टीम में एक सदस्य हाथ में रेडियो कॉलर का एंटीना लेकर जा रहा है, ताकि बाड़े में चीतों की लोकेशन ट्रेस की जा सके. तीन दिन की मॉनिटरिंग और अध्ययन में पाया गया है कि, बड़े बाड़े में दोनों चीतों का व्यवहार बेहतर है. उन्हें कूनो का जंगल रास आ गया है. दोनों चीतों के बेहतर व्यवहार से कूनो प्रबंधन सहित भोपाल और दिल्ली तक के विशेषज्ञ व अफसर उत्साहित हैं.

Cheetahs First Hunt बड़े बाड़े में छोड़े जाने के 24 घंटे के भीतर चीतों ने किया पहला शिकार, चीतल को बनाया आहार, पार्क प्रबंधन खुश

चरणबद्ध तरीके से छोड़े जाएंगे बाकी चीते: सीसीएफ उत्तमशर्मा ने बताया कि दो चीतों को शनिवार को 98 हेक्टेयर में फैले बड़े बाड़े में छोड़ा गया था. बाकी छह और चीतों को चरणबद्ध तरीके से बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि भारत में चीतों को पुन: बसाने की परियोजना के तहत 17 सितंबर को नामीबिया से आठ चीतों को लाया गया था, जिनमें से दो चीतों को शनिवार को बड़े बाड़े में छोड़ा गया। इन्हीं दो चीतों ने यहां पहली बार शिकार किया.चीतों के सफलतापूर्वक अपना पहला शिकार करने से पार्क प्रबंधन की चिंताएं दूर हो गई हैं.

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