श्योपुर। जिले की आदिवासी बस्ती श्यामपुर में नवजात शिशु को जन्म देने के बाद पत्थर के नीचे दबाकर मारने का प्रयास किया गया, लेकिन जब एक दुकानदार ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी, जिसके बाद दुकानदार बच्चे को उठाकर अपने घर ले आया. मामला बीरपुर थाना क्षेत्र के श्यामपुर गांव का है, जहां एक गर्भवती महिला आगरा से पैदल चलकर छपरा स्थित कंकाली माता मंदिर पर जा रही थी, तभी श्यामपुर के पास महिला को दर्द उठना शुरू हुआ, जिसके थोड़ी देर बाद उसने एक लड़के को जन्म दिया. बच्चे को जन्म देने के बाद महिला ने आंगनबाड़ी के पास बच्चे को पत्थर के नीचे दबा दिया. आंगनबाड़ी केंद्र से महज 10 मीटर दूरी पर स्थित दुकान संचालक श्री निवास रावत ने बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी, जब श्री निवास ने जाकर देखा तो पत्थर से दबा हुआ नवजात पड़ा हुआ था. जिसे उठाकर वो अपने घर ले जाने लगा.
थोड़ी दूर महिला और उसकी मां एक पेड़ के नीचे बैठी हुई थीं, लेकिन दुकानदार के बच्चे के बारे में पूछने पर मां-बेटी दोनों ने इनकार कर दिया. श्रीनिवास ने घर आकर डायल- 100 को मामले की जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर नवजात की मां को उसे दूध पिलाने की समझाइश दी, लेकिन महिला ने एक ना मानी और बच्चे को दूध पिलाने से इनकार कर दिया. तभी डायल 100 की मदद से मां और नवजात शिशु को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया.