श्योपुर। देश भर में फैले कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश सरकार ने स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं, बावजूद इसके श्योपुर के उत्कृष्ट विद्यालय को एडमीशन के लिए खोला जा रहा और सरकार की गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए बच्चों को एडमिशन के लिए बुलाया जा रहा है, इतना ही नहीं पहले से यहां पढ़ रहे छात्रों का भी अगली कक्षा में प्रमोशन के लिए रि-एडमिशन कर शुल्क वसूला जा रहा है.
स्कूल के एडमिशन के लिए आ रहे छात्रों के लिए न तो सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई और न ही अन्य कोई इंतजाम किए गए हैं. राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष भगवती शर्मा ने आरोप लगाया कि यहां बच्चों के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं. साथ ही स्कूल में पहले पढ़ रहे बच्चों का री-एडमिशन गैर कानूनी है.
वहीं प्रिंसिपल संतोष मिश्रा का कहना है कि प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार 15 तारीख तक छात्रों के एडमिशन किए जाने हैं. इसीलिए स्कूल में प्रशासनिक गाइडलाइन को फॉलो करते हुए छात्रों के एडमिशन किए जा रहे हैं.
स्कूलों की लापरवाही के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं ऐसे में एडमिशन कराने आया परिजन या फिर स्कूल प्रबंधन के किसी व्यक्ति के संक्रमित पाए जाने पर संक्रमण फैलने का जिम्मेदार कौन होगा.