ETV Bharat / state

'रेलवे का निजीकरण हुआ, तो हर वर्ग को होगी परेशानी'

शाजापुर में रेलवे के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. कांग्रेसी पदाधिकारियों सहित जन प्रतिनिधियों एवं यूनियन के सदस्यों का कहना है कि, 'अगर रेलवे का निजीकरण हुआ, तो रेलवे के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नौकरी खतरे में आ जाएगी और गरीब, मजदूर, किसान एवं मध्यमवर्गीय लोगों को यात्रा करना काफी महंगा पड़ेगा'.

protesting over railway privatisation
निजीकरण का हुआ विरोध
author img

By

Published : Sep 18, 2020, 10:23 AM IST

शाजापुर। शुजालपुर में रेलवे एम्प्लाइज यूनियन ने रेलवे के निजीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस पार्टी की ओर से अतिथि के रूप में वरिष्ठ नेता हीरालाल पटेल, जिला कांग्रेस प्रवक्ता हसन रजा कुरैशी, पार्षद प्रवीण जोशी, विधानसभा प्रवक्ता अजय मोर्टे आदि पहुंचे. कांग्रेसी पदाधिकारियों सहित जन प्रतिनिधियों एवं यूनियन के सदस्यों ने केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के खिलाफ सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, अगर रेलवे का निजीकरण हुआ, तो अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नौकरी खतरे में आ जाएगी और गरीब, मजदूर, किसान एवं मध्यमवर्गीय लोगों को यात्रा करना काफी महंगा पड़ेगा.

रेलवे देश का सबसे बड़ा विभाग है, जहां करोड़ों लोगों को इससे फायदा मिलता है. निजीकरण करने के बाद मनमानी की जाएगी. जहां एक तरफ मनमाना किराया वसूला जाएगा. वहीं कर्मचारियों को नौकरी करना आसान नहीं होगा और कइयों की तो नौकरियां ही खतरे में आ जाएंगी.

सामाजिक कार्यकर्ता ओम पंचोली, सुधीर व्यास, सुबराती शाह आदि ने भी विरोध प्रदर्शन में पहुंचकर सरकार के इस निर्णय की निंदा की. शुजालपुर में रेलवे एम्प्लाइज यूनियन ने रेलवे के निजीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

शाजापुर। शुजालपुर में रेलवे एम्प्लाइज यूनियन ने रेलवे के निजीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस पार्टी की ओर से अतिथि के रूप में वरिष्ठ नेता हीरालाल पटेल, जिला कांग्रेस प्रवक्ता हसन रजा कुरैशी, पार्षद प्रवीण जोशी, विधानसभा प्रवक्ता अजय मोर्टे आदि पहुंचे. कांग्रेसी पदाधिकारियों सहित जन प्रतिनिधियों एवं यूनियन के सदस्यों ने केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के खिलाफ सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, अगर रेलवे का निजीकरण हुआ, तो अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नौकरी खतरे में आ जाएगी और गरीब, मजदूर, किसान एवं मध्यमवर्गीय लोगों को यात्रा करना काफी महंगा पड़ेगा.

रेलवे देश का सबसे बड़ा विभाग है, जहां करोड़ों लोगों को इससे फायदा मिलता है. निजीकरण करने के बाद मनमानी की जाएगी. जहां एक तरफ मनमाना किराया वसूला जाएगा. वहीं कर्मचारियों को नौकरी करना आसान नहीं होगा और कइयों की तो नौकरियां ही खतरे में आ जाएंगी.

सामाजिक कार्यकर्ता ओम पंचोली, सुधीर व्यास, सुबराती शाह आदि ने भी विरोध प्रदर्शन में पहुंचकर सरकार के इस निर्णय की निंदा की. शुजालपुर में रेलवे एम्प्लाइज यूनियन ने रेलवे के निजीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.