शाजापुर। उत्कृष्ट विद्यालय के सभागार में एक बैठक आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न धार्मिक एवं व्यावसायिक संगठनों को चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया. कलेक्टर दिनेश जैन ने इस दौरान लोगों को अवगत कराया कि राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को देखते हुए कोई भी धार्मिक कार्यों, समारोह और त्यौहारों के सार्वजनिक स्थलों पर आयोजन पर रोक लगाई गई है. सभी धार्मिक एवं उपासना स्थलों पर एक समय में पांच से ज्यादा व्यक्ति प्रवेश न करें
शादी में कुल 20 से अधिक मेहमान सम्मिलित नहीं हो सकेंगे. अंतिम संस्कार में अधिकतम 20 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे. कलेक्टर ने सभी प्रतिनिधियों से अनुरोध किया है कि राज्य शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन में सहयोग करेंगे.
नियमों का करें पालन
बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा, कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, इसलिए सुरक्षा के उपाय करना जरूरी है. सब सुरक्षित रहें, इसके लिए अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंस का पालन करें. उन्होंने कहा, लॉकडाउन के बाद अनलॉक के दौरान लोग अनावश्यक रूप से बाहर निकलने लग गए हैं, इससे संक्रमण तेजी से फैल रहा है. कोरोना वायरस की महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, इसलिए सभी लोग कम से कम बाहर निकलें. अतिआवश्यक होने पर ही सार्वजनिक स्थलों पर जाएं.
किसी धर्म के खिलाफ नहीं निर्देश
उन्होंने कहा कि राज्य शासन ने किसी धार्मिक परम्परा को तोडने के लिए निर्देश नहीं दिए हैं, बल्कि कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए इससे बचाव एवं व्यक्तियों को सुरक्षित रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं. राज्य शासन की मंशा किसी को आहत करने की नहीं है, सरकार का पहला उत्तरदायित्व है कि उसके राज्य के सभी लोग सुरक्षित रहें. इसलिए राज्य शासन ने धार्मिक उत्सवों एवं कार्यक्रमों के सार्वजनिक आयोजन पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं.
खुद जागरूक रहें
पुलिस अधीक्षक श्रीवास्तव ने कहा, कोरोना वायरस की महामारी से सभी लोग भली-भांती परिचित हो चुके हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कम से कम बाहर निकलें और खुद को और परिवार को सुरक्षित रखें. खुद जागरूक रहें और दिए गए निर्देशों का पालन करें.